राहुल ने हिंदू को हिंसक नहीं बताया, यह भाजपा का दुष्प्रचार : भूपेश बघेल
राहुल गांधी ने हिन्दुओं को आक्रमक नहीं सत्य के मार्ग पर चलने वाला बताया
रायपुर। राहुल गांधी के बचाव में उतरे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, राहुल ने संसद में बस इतना कहा कि डरो मत, डराओ मत, इसी बात को लेकर उन्होंने भगवान शिव की तस्वीर दिखाई है। भगवान शिव की अभय मुद्रा को दिखाया है। उन्होंने सदन को बताया कि किस तरह से दस सालों से डराने की कोशिश हो रही है। उनका इशारा भाजपा नेताओं की ओर था। उनके भाषण का सार यही था। राहुल बस ये कह रहे थे कि जो हिंसा के मार्ग पर चलते हैं, वो हिंदू नहीं हो सकते। भाजपा के नेता और आरएसएस के लोग देश में डर का माहौल पैदा कर रहे हैं। कांग्रेस कभी हिंदू समाज का विरोधी रहा नहीं है। हिंदू मतलब भाजपा नहीं है।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में संवाददाताओं से चर्चा में उन्होंने कहा, उन्होंने हिंदू को हिंसक नहीं बताया है। उनके खिलाफ भाजपाई दुष्प्रचार कर रहे हैं। दरअसल, भाजपा और आरएसएस का इतिहास हिंसा और डराने का रहा है। कांग्रेस ने हमेशा सर्व धर्म, अहिंसा और भाईचारा की बात की है। भाजपा और संघ का राष्ट्रवाद भारतीय परम्परा का नहीं है। भाजपा का राष्ट्रवाद मुसोलिनी और हिटलर का राष्ट्रवाद है। हमारा राष्ट्रवाद गांधीजी और संतों का दिखाया राष्ट्रवाद है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सत्ता विरोधियों को दबाने का प्रयास करती रही है। मोदी सरकार आज नीट के मामले में मौन हैं और इस पर चर्चा नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा, पहली बार संसद में भाजपा की सरकार बैकफुट पर आई। हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व भाजपा नहीं करती है। भाजपा का रास्ता षड्यंत्र, हिंसा, नफरत का है। यह रास्ता देश की जनता का हो ही नहीं सकता है। भाजपा राहुल गांधी के बयान को गलत ढंग से पेश कर रही है।