जामगांव होटल में बैठकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना विधायक आशाराम नेताम
कांकेर। कांकेर में जनप्रतिनिधियों की कमी नहीं है, लेकिन विधायक आसाराम नेताम का अंदाज कुछ अलग है। उन्होंने चुनावी जीत के बाद आम जनता के हालचाल लेने का जो तरीका अपनाया है, वह एक मिसाल बन गया है। आसाराम नेताम ने जाम गांव होटल में बेठकर साप्ताहिक बाजार खरीदारी करने करने आये ग्रामीणों के साथ मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना , उनके साथ हंसी-मजाक किये और उनकी समस्याओं को निराकरण करने का वादा किया यह एक ऐसा पहलू है जो बहुत से नेता भूल जाते हैं। लेकिन नेताम ने इस धारणा को तोड़ा है। उनकी इस कोशिश से यह स्पष्ट है कि लोकतंत्र का असली मतलब जनता की सेवा करना है, न कि केवल राज करना। अब यह देखना बाकी है कि क्या अधिकारी और बड़े कर्मचारी भी इस जमीनी स्तर से जुड़ने की प्रेरणा लेंगे या फिर रौब में ही रहेंगे। आसाराम नेताम की यह पहल निश्चित रूप से कांकेर की राजनीति में एक नई दिशा देने की क्षमता रखती है और जनता की उम्मीदों को भी जगाएगी।