हड़ताल पर बैठे जूडो ने खेला नुक्कड़ नाटक, बंद रही ओपीडी
अपनी समस्याएं रखी सामने, निदान की मांग
रायपुर। कोलकाता डॉक्टर रेप केस के विरोध में देशभर के चिकित्सक हड़ताल पर चले गए हैं। इसी कड़ी में बुधवार को आंबेडकर अस्पताल के चिकित्सकों ने भी ओपीडी में अपनी सेवाएं नहीं दी। हड़ताल एक दिवसीय थी। इस दौरान केवल ओपीडी कार्य बंद रहे। आपालकालीन सेवाएं चिकित्सकों द्वारा जारी रखी गईं। चिकित्सकों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि उन्हें किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जुडो एसोसिएशन ने मेडिकल छात्रों के खिलाफ हिंसा की किसी भी घटना की कॉलेज प्रबंधन द्वारा तुरंत जांच की मांग की है। उनका कहना है कि डॉक्टर्स के साथ होने वाली किसी प्रकार की हिंसा की पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई जानी चाहिए। हिंसा की किसी भी घटना पर एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट अनिवार्य रूप से घटना के 48 घंटे के भीतर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को भेजी जानी चाहिए।
पर्याप्त रोशनी और सुरक्षाकर्मी की मांग
जूनियर डॉक्टर्स ने मेडिकल कॉलेजों से अपील है कि वे कॉलेज और अस्पताल परिसर में फैकल्टी, मेडिकल छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टरों सहित सभी कर्मचारियों के लिए काम का सुरक्षित माहौल बनाएं। ओपीडी, वार्ड, कैजुअल्टी, हॉस्टल और परिसर और आवासीय क्वार्टरों में अन्य खुले क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए। डॉक्टरों के एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुरक्षित रूप से चलने के लिए शाम को कॉरिडोर और परिसर में अच्छी रोशनी होनी चाहिए। इसके अलावा निगरानी के लिए सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर में ओपीडी, वार्ड, कैजुअल्टी, लेबर रूम, हॉस्टल और आवासीय क्वार्टर और अन्य खुले क्षेत्रों में पर्याप्त पुरुष और महिला सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती होनी चाहिए। इसके साथ ही पर्याप्त सुरक्षा उपाय उपलब्ध कराए जाने चाहिए।