कन्या शाला घरघोड़ा में ” पालक शिक्षक सम्मेलन” में शैक्षणिक बिंदुओं को लेकर हुई परिचर्चा
घरघोड़ा(गौरी शंकर गुप्ता)। छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला घरघोड़ा में द्वितीय विद्यालयीन स्तर पर ” पालक शिक्षक सम्मेलन ” का आयोजन हुआ।सम्मेलन में छात्राओं के सर्वांगीण शैक्षणिक विकास को लेकर चर्चा परिचर्चा का आयोजन किया जाकर विद्यालय में शैक्षणिक विकास को लेकर पालकों के मध्य से विचार आमंत्रित किए गए जिस पर पालकों ने अपने विचार प्रस्तुत कर सुव्यवस्थित रूप से पालक सम्मेलन आयोजित करने पर हर्ष जताया एवं पालकों ने शिक्षकों द्वारा विद्यालयीन स्तर पर शैक्षणिक गुणवत्ता के क्षेत्र में किए जा रहे सकारात्मक प्रयास से प्रसन्नता जाहिर की।विभाग द्वारा निर्धारण विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर क्रमबद्ध रूप से चर्चा परिचर्चा किया जाकर एवं शासन द्वारा स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वयन कर छात्राओं को लाभ पहुँचाने का हर स्तर से प्रयास जारी रखने की बात शिक्षकों ने कही।कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की देवी माँ सरस्वती के पूजा अर्चना से प्रारंभ किया गया। प्रधान पाठक अखिलेश मिश्रा ने पालकों को संबोधित करते हुए समय नियोजन करते हुए घरों में अध्ययन अध्यापन का वातावरण तैयार करने हेतु पालकों को संबोधित किया ।छात्राओं के शारीरिक मानसिक विकास की दिशा में कार्य करने के सुधारात्मक उपाय बताए। शिक्षिका सुभाषिनी पटनायक ने ग्रामीण अंचलों से उपस्थित पालकों को प्रोत्साहन करते हुए विद्यालयीन सामुदायिकता विकास पर विचार प्रस्तुत कर स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में संचालित कार्य योजना की जानकारी दी।शिक्षिका निवेदिता सिंह ने जाति प्रमाण पत्र छात्रवृत्ति योजना के संबंध में जानकारी दी एवं इस दिशा में पालकों से तत्परता से कार्य करने की बात कही।ज्योति मैडम ने छात्राओं की विद्यालय में नियमित उपस्थिति बनाए रखने, घरों में शिक्षा का वातावरण बनाए रखने की बात कही।कार्यक्रम का संयोजन संचालन करते हुए शिक्षक विजय पंडा ने छात्राओं के पालकों से घरों में नियमित अध्ययन व्यवस्था सुनिश्चित करने, विद्यालय द्वारा नियमित रूप से दिए जा रहे गृह कार्य ,लेखन कार्य आदि को प्रमुखता देने व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपने स्तर पर कार्य करने का अनुरोध किया।पालक शिक्षक सम्मेलन में न्यौता भोज किचन गार्डन पौध सरंक्षण आदि पर चर्चा कर लोगों को इस दिशा में जागरूक करने का कार्य सामूहिक रूप से किया जाने का निर्णय लिया गया।