रामलला मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा पर 11 लाख 11 हजार 111 दीपों से जगमगाया कोटा का हनुमंत कथास्थल
गोल्डन बुक में दर्ज हुई ‘दीपों की जगमगाहट’
- दीपों की जगमग में कहीं जयश्री राम तो कहीं राममंदिर का झलक रहा स्वरूप
- जय महाकाल के साथ बागेश्वर धाम का सुंदर रूप दीये की लौ से बनाया
रायपुर। कोटा स्थित हनुमंत कथास्थल पर सोमवार की शाम अद्भुत नजारा देखने को मिला, जब 11 लाख 11 हजार 111 दीपों की जगमग राेशनी से परिसर जगमगा उठा। इस अनूठे प्रयास को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया। 2 घंटे की अथक मेहनत कर 5 हजार लोगोें ने 11 लाख से अधिक दीए जगमगाने का काम पूरा कर दिखाया।
700 पीपे तेल का उपयोग कर अयोध्या में रामलला मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को यादगार बनाने संत समाज और संघ परिवार ने अहम भूमिका निभाई। इस मौके पर बस्तर के महाराज कमलचंद्र भंजदेव, प्रदेश भाजपा कोषाध्यक्ष नंदन जैन, सरल मोदी, आयोजन प्रमुख बसंत अग्रवाल, संत राजीवलोचन महराज, आरएसएस के प्रांत सरसंचालक डॉ. पूर्णेंदू सक्सेना प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
कोटा-गुढ़ियारी में बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र शास्त्री की 5 दिवसीय हनुमंत कथा 23 जनवरी से 27 जनवरी तक आयोजित है। इसके लिए 40 एकड़ क्षेत्र में भव्य पंडाल बनकर तैयार है। मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर को यादगार बनाने मंगलवार को आयोजकों ने 11 लाख 11 हजार 111 नन्हें दीपों की झिलमिलाती रोशनी कर गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया। इस मौके पर कार्यक्रम स्थल पर भव्य नजारा देखने लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। लेजर शो के साथ ही भव्य आतिशबाजी इस दौरान देखने को मिली।