रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ घड़ी पर राममय हुआ घरघोड़ा नगर
रामभक्ति एवं उत्साह में डूबा शहर, धार्मिक स्थलों में पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन एवं भंडारे का आयोजन
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। अयोध्या नगरी में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की मंगल बेला में जहां एक ओर पूरा भारतवर्ष राम की धुन सहित भगवामय हो गया वहीं घरघोड़ा नगर भी राममय हो गया। राम, हनुमान मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों में पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन एवं सैकड़ों किलो प्रसाद का चढ़ावा चढ़ाया गया और प्रसाद का वितरण किया गया तथा नगर के चौक-चौराहों एवं अधिकांश मोहल्लों में अपने-अपने घरों के सामने लोगों को बुला-बुला कर प्रसाद का वितरण किया गया।
इसके अलावा जगह- जगह पर विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर राम भक्तों द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया जो सुबह से ही आरंभ हो गया था जहां प्रसाद पाने के लिये गांव-गांव से आये लोगों की भारी भीड़ देखी गई, इसके साथ ही मां बैगिन डोकरी के दरबार नूतन कालोनी में पूरे मोहल्लेवासी द्वारा अपनी स्वेच्छा से अंशदान देकर भव्य भंडारे एवं विशाल श्रीराम शोभा यात्रा का आयोजन किया गया जहां मोहल्ले के युवकों की टोली सुबह से ही भंडारे एवं शोभा यात्रा को सफल बनाने पूरे मोहल्ले को भगवामय कर दिया था। वहीं न्यायालय परिसर स्थित हनुमान मंदिर में अधिवक्तागण द्वारा मिल-जुलकर भंडारे का प्रसाद वितरण किया गया। ऐसे ही घरघोड़ा-रायगढ़ मुख्य मार्ग स्थित हनुमान मंदिर में कीर्तन-भजन एवं भंडारे का आयोजन किया गया।
जय स्तम्भ चौक के समीप हनुमान मंदिर में भी भंडारे का आयोजन किया गया। इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप हनुमान मंदिर में रामभक्तों द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। इसी तरह स्टेट बैंक मार्ग स्थित हनुमान चौक में
मोहल्लेवासियों द्वारा भी भंडारे का आयोजन किया गया। इतनी जगहों पर भंडारे एवं प्रसाद वितरण का आयोजन देखने से पता चलता है कि नगर का ऐसा कोई वार्ड/मोहल्ला नहीं बचा होगा जहां भंडारे एवं प्रसाद वितरण का आयोजन नहीं किया गया होगा! वहीं वार्ड क्रमांक 3, 4 एवं 5 के लोगों द्वारा विशाल शोभा यात्रा निकाल कर नगर भ्रमण किया गया।
रामभक्ति से भाव विभोर बड़े बुजुर्गों द्वारा यह कहते सुना जा रहा है कि भारतवर्ष में ऐसी कौन सी शक्ति अवतरित हो गई है जहाँ देखने सुनने में मिल रहा है कि नगर सहित पूरा भारत वर्ष अप्रत्याशित रूप से राममय हो गया है। सत्ययुग में जब भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता 14 वर्ष का वनवास काटकर जब अयोध्या नगरी लौटे तब ऐसा दृश्य शायद नहीं देखा गया होगा जो आज देखने को मिल रहा है। मोदी के आह्वान पर आज देश का पूरा कण-कण राममय हो गया है। भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर आयोजित इस भव्य क्षण से बहोत.. सारे लोगों के चेहरों पर कमल के फूल की तरह दमक देखी जा रही है तो वहीं दूसरी ओर कईयों के चेहरे बेसरम के पौधे के फूल की तरह मुरझाए नजर आ रहे हैं।