रायगढ़ महापौर पद के लिए डॉ. यशवंत शिंदे ने भाजपा से मांगा टिकट

भाजपा जिला अध्यक्ष अरूणधर दीवान को विधिवत सौंपा आवेदन

घरघोड़ा (गौरीशंकर गुप्ता)। भारतीय जनता पार्टी द्वारा नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर मंगलवार दोपहर बैठक से पहले नवनियुक्त भाजपा जिला अध्यक्ष अरूणधर दीवान ने जिला कार्यालय में जिला अध्यक्ष कक्ष में सत्यनारायण की कथा सपरिवार सुनी और अपनी नव पारी आरंभ के सुखद सफल कार्यकाल के लिए ईश्वर से मनोकामना कर पार्टी को सशक्त बनाने की ओर आशीर्वाद मांगा। आगामी नगरीय निकाय चुनाव में जिला में शत्ा् प्रतिशत जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के नवीन व छोटे बड़े सभी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर विजयरथ लेकर चुनाव तैयारियों में जुट चुके हैं, इसी क्रम में रायगढ़ नगर निगम महापौर के पद के लिए जिले के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ सेवा निवृत्त डॉ.यशवंत कुमार शिंदे, सर्जन,स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा अपनी दावेदारी जिलाध्यक्ष अरुणधर दीवान के समक्ष रखी।डॉ. शिंदे की महापौर पद के लिए दावेदारी की सुगबुगाहट कुछ दिनों से सुनाई दे रही थी पर अब उन्होंने अपने पत्ते खोल दिये हैं। इनकी दावेदारी से कई दावेदारों ने अभी से अपना पत्ता साफ होना मान लिया है। ज्यादातर लोगों में इस बात की खुशी है कि किसी ढंग के प्रत्याशी ने आवेदन किया है वो भी बिना किसी लाग-लपेट और शक्ति प्रदर्शन के डॉ. शिंदे के व्यवहार से सभी भलीभांति परिचित हैं वरिष्ठ डॉक्टरों में से एक होने के बाद भी इनकी मधुरवाणी से सभी प्रभावित होते रहे हैं, वर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष अरुणधर दीवान के गृह नगर घरघोड़ा में डॉक्टर शिंदे ने दस वर्ष से अधिक सेवाएं प्रदान किया है जिसके कारण घरघोड़ा क्षेत्रवासियों के बीच डॉक्टर शिंदे की लोकप्रियता आजतक बनी हुई है, जिला भाजपा का केंद्र बिंदु घरघोड़ा को माना जाता है वर्तमान समय में घरघोड़ा क्षेत्र से भाजपा की राजनीति में दिग्गज नेताओं का होना भी डॉ. शिंदे के लिए एक अवसर बन सकता है।डॉ. शिंदे कहते हैं कि रायगढ़ में जो विकास का व्यापक सपना ओपी चौधरी ने देखा है वह नगर निगम की वजह से साकार नहीं हो पा रहा है। इसलिए नगर निगम में समर्पित लोगों का होना बेहद जरूरी है। मैंने अपने मित्रों की सलाह के बाद महापौर पद के लिए भाजपा से लड़ने का मन बना लिया है। मैं सेवा करने राजनीति में उतर रहा हूं। इसके लिए 3 दिन पहले मैंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से राय जानना चाही तो उन्होंने मुझे तन-मन-धन से पूरा समर्थन देने का निर्णय लिया। मंगवार को मैंने अपनी दावेदारी ठोकी है और अब आगे भाजपा संगठन पर है।चुनाव के विजन और मुद्दों पर डॉ. शिंदे ने कहा कि केलो नदी के उद्धार की जरूरत है। एसटीपी होने के बाद भी सभी नालों का पानी उसमें नहीं जाता। केलो की स्वच्छता के लिए काम करना होगा और रिवर फ्रंट बनाना होगा। रायगढ़ की ड्रेनेज व्वस्था खराब है जिसके कारण डेंगू के मामले हर साल बढ़ रहे हैं। इस पर कार्य करना है। जिले में सड़क हादसों में बहुतों की जान जाती है इसके लिए ट्रॉमा सेंटर की जरूरत है जिसके जिला अस्पताल में सेटअप का परमिशन मैंने 2016 में ही ले लिया है। कई लोगों को अभी भी आवास की जरूरत है। पीएम आवास योजना के तहत इन्हें घर दिलाना। कार्य को समय सीमा के भीतर करूंगा, कार्य के लिए उसका फॉलोअप लगातार लेगा चाहिए ताकि समय पर कार्य हो। मेरा मानना है कि ईमानदारी से की गई कोशिश जरूर पूरी होती हैषकौन हैं डॉ. शिंदे4 दशक तक रायगढ़ जिले में अपनी सेवाएं देने वाले स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. यशवंत कुमार शिंदे का जन्म रायगढ़ शहर के बाजीराव महरा पारा में हुआ। ललित स्कूल से प्राथमिक और नटवर स्कूल से हाईस्कूल की पढ़ाई करने के बाद 1976 में जबलपुर से डॉक्टरी की। फिर शुरुआती 10 साल बालाघाट के दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देने के बाद वे 1994 में घरघोड़ा आए और 10 साल तक यहीं पदस्थ थे। जिला मुख्यालय आने के बाद वे 5 साल तक सिविल सर्जन रहे। इससे पहले मेडिकल कॉलेज में मेडिकल सुप्रिटेंडेंट का पदभार 3 साल तक संभाला। जिला टीकाकरण अधिकारी के रूप में बेहतर कार्य करने के लिए राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। 2022 में सीएस पद से रिटायर्ड होने के बाद वे अपने क्लीनिक में चुनिंदा पेशेंट देखते हैं और सामाजिक कार्य करते हैं।क्यों है डॉ. शिंदे की दावेदारी मजबूतवर्तमान में भाजपा रिटायर्ड सरकारी अधिकारी, पढ़े लिखे लोगों को तवज्जो दे रही है। 67 साल के डॉ. शिंदे भाजपा के ज्यादा करीब माने जाते हैं। लगभग हर वरिष्ठ भाजपा नेता से उनके बेहतर संबंध है। शासकीय कार्य में होने के कारण सीधे पार्टी से नहीं जुड़े पर अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी के कार्यक्रमों को सपोर्ट करते रहे। वह पुराने संघी भी हैं डॉक्टरी पेशे से पहले वह टाउन हाल में लगने वाले आरएसएस की शाखा जाया करते थे। 2 म हीना पहले भाजपा के सदस्यता अभियान के दौरान उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। शहर में उनकी अच्छी पैठ,लोग उन्हें जानते हैं। सरल और धार्मिक स्वभाव के डॉ. शिंदे से बेहतर दावेदार खोजने में भाजपा को कड़ी मशक्कत करनी होगी। फिलहाल जितने भी दावेदार महापौर पद के लिए आएं हैं उनमें डॉ. शिंदे की प्रोफाइल सबसे मजबूत है।