कांग्रेस का विधनसभा घेराव : बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ जंगी प्रदर्शन
हजारों कार्यकर्ता हुए शमिल, पुलिस के वाटरकेनन, लाठीचार्ज से अनेकों कार्यकर्ता घायल
रायपुर। बिगड़ती कानून व्यवस्था और साय सरकार की नाकामी को लेकर कांग्रेस ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में सरकार पर बड़ा हमला बोला। हजारों की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता मंडी चौक पर एकत्रित होकर विधानसभा की ओर बढ़े, जिन्हें पुलिस ने बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज स्वयं बेरिकेट पर चढ़कर पुलिस के द्वारा लगाये गये अवरोध को तोड़कर आगे बढ़े। प्रदेश भर से राजधानी रायपुर पहुंच रहे कांग्रेसजनों को पुलिस ने रास्ते में रोका, भिलाई, बिलासपुर, बलौदाबाजार, धमतरी, महासमुंद की ओर से आने वाले कांग्रेसजन कार्यक्रम स्थल नहीं पहुंच पाये। इसके लिये भाजपा सरकार ने पुलिस को आगे कर के तमाम अवरोध पैदा किया। लोगों की गाड़ियों को बीच रास्ते में रोका। हजारों लोग मीलो पैदल चलकर कार्यक्रम में शामिल हुये 25000 से अधिक लोग घेराव कार्यक्रम में शामिल हुये। कांग्रेस के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस ने वाटरकेनन, लाठीचार्ज भी किया, जिसमें अनेकों कार्यकर्ता घायल हो गये। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का कपड़ा भी पुलिस ने फाड़ दिया।
घेराव कार्यक्रम के पहले सभा को संबोधित करते हुये एआईसीसी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को धन्यवाद देते हुये कहा आपके आव्हान पर एवं समूचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यहां पर एकत्रित होना इस विधानसभा के बाहर प्रदेश के लोगो की पीडा और उनके जख्म को जगजाहिर करते हुये न्याय की मांग करने के लिये और सरकार की नींद खोलने के लिये सभी कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया। लोकतंत्र में सबसे बड़ी ताकत जनता की होती है और संख्या बल की होती है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस जीवित है, ताकतवर है और जवाबदेही तय करने के लिये तैयार है। छत्तीसगढ़ में पांच साल कांग्रेस की सरकार रही है और जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने कानून और नियम बनाये उनको खत्म करके भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने जनता के साथ अन्याय करने का काम किया। पिछले 7 महीने में जो हत्या, बलात्कार, लूटपाट, चोरी, डकैती हुई है और जो गोलियां चली है उसकी जवाबदेही तय करने को सरकार को मजबूर करने का समय आ चुका है। एक राजनैतिक कार्यकर्ता होने के नाते हमें याद रखना होगा हम कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता है। ये 139 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी की पार्टी है, अहिंसा और विन्रमता और मजबूती से अपनी बात रखनी होगी। 2018 के बाद भूपेश बघेल प्रदेश अध्यक्ष थे और मैं राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष था, वैसी ही आक्रमकता से हमें लड़ना है। सरकार जो घमंड में है जो कांग्रेस के लोगों के ऊपर झूठे मुकदमे करती है। बलौदाबाजार के प्रकरण में सतनामी समाज के खिलाफ साजिश पूर्ण कार्यवाही करके लोगों में बंटवारा करना चाहती है। कोई भी समाज हो विशेष रूप से सतनामी समाज उसके खिलाफ कोई षड्यंत्र रचेगा। कांग्रेस के लोगो को जेल में बंद करोगे और अपनी नाकामी छुपाने के लिये कांग्रेस के लोगो के ऊपर मुकदमे करोगे, आम जन को परेशान करोगे उसका विरोध होगा। वहां पर बाहर के कौन लोग आये थे सरकार जवाब दे, सूचना तंत्र पूरी सरकार कहा सो रहा था? ये सरकार रायपुर से नहीं चलती, ये सरकार दिल्ली से चलती है। यहां के मुख्यमंत्री और मंत्री को पता नहीं हो क्या रहा है? यहां पर वो जो लिखकर दिल्ली से भेज देते है उस काम को भाजपा सरकार करती है। आज समय है कांग्रेस पार्टी को एकजुटता से आगे बढ़ने का, आज पूरी जनता उमीद करती है कांग्रेस पार्टी पूरी आवाज को उठायेगी। कांग्रेस के बड़ी संख्या में और भारी बारिश के बावजूद और सरकार चारो तरफ पुलिस ने बैरीगेट्स लगाकर रोकने का काम किया। उसके बावजूद हजारों की संख्या में लोग आये। गरीब, किसान और नौजवान का आवाज उठाने का काम कांग्रेस पार्टी करती है। राहुल गांधी देश की संसद में किसानों की आवाज को उठाया है और हमेशा कहते है डरना नहीं है ये लोग चिल्लाते है, डराते है और पुलिस प्रशासन का डर दिखाते है। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाले नहीं है और चार साल का समय है भाजपा सरकार को नींद खोलकर काम करना है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि कांग्रेस की लड़ाई भाजपा सरकार के लापरवाही के खिलाफ है। कानून व्यवस्था पूरी तरीके से बदहाल है। हमारी लड़ाई जनता के हित और सुरक्षा के लिये है। हम विधानसभा के बाहर सड़कों पर लड़ने के लिये तैयार है। बरसते पानी में इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेसजन आये है, आंधी, तूफान आ जाये कोई ताकत हमें नही रोक सकती। यह विधानसभा घेराव सरकार की नाकामी को लेकर है। साय सरकार की 6 महीनें में छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बन गया हैं। 5 सालों तक बस्तर शांत हुआ करता था, अब पूरी तरीके से अशांत हो गया है। आदिवासियों को नक्सली बताकर मारा जा रहा है। भाजपा की सरकार जनता के बीच अपना विश्वास खो चुकी है। साय सरकार ने शांत छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ बना दिया है। गृहमंत्री का गृह जिला कवर्धा में तो अपराध बहुत ज्यादा हो रहा है। हम विधानसभा का घेराव करने जा रहे है, सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई होगा। हमारे 35 विधायक सदन के अंदर लडेंगे। बलौदाबाजार में कलेक्टर और एसपी कार्यालय जलाये जा रहे है। क्या यही सुशासन है? छत्तीसगढ़ जंगल राज बन चुका है। धूप हो, गर्मी हो या बरसात हो हम सब सरकार के किले को भेदने के लिये तैयार है। ये तो झांकी है लड़ाई पूरी तरह बाकी है। जनता के हितों के लिये हम संघर्ष करते रहेंगे। सरकार हमारे प्रदर्शन से डर गयी हैं बस्तर, सरगुजा और अन्य जिलों से आने वाले हमारे कार्यकताओं को रोकने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन हमारे लोग बिना डरे यहां पहुंच रहे है जनता के लिये हम हर जुल्म को सहेंगे।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने संबोधन में कहा कि लोगों के हित में यह सरकार काम नहीं कर रही है। 1 साल भी नहीं होने दिया हम लोगों को मजबूर कर दिया, आम जनता को मजबूर कर दिया, विधानसभा घेराव करने के लिये। सरकार की बात करूंगा विधानसभा में सरकार ने जो उत्तर दिया है उसकी बात करूंगा। मैंने विधानसभा में सरकार से पूछा कि 6 महीने तक में कितने नक्सली घटना हुये? सरकार का उत्तर है 6 माह में 273 नक्सली घटनाएं हुई है। 180 में 273 नक्सली घटनायें, हमारे जवान मर गये, 80 जवान घायल, 34 आम जन घायल है। वे नक्सली नहीं है वो हमारे गांव के आम आदमी है। छत्तीसगढ़ को शांति का टापू समझ रहे थे आज अपराध गढ़ बन गया है। अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। रायपुर के नजदीक मॉब लीचिंग हो रही है। पुलिस भाजपा के मंत्रियों के स्वागत में खड़ा है। जानकारी मिला है कि ऐसी धाराओं में आरोपी को गिरफ्तार किया है कि उनका बचाव हो जायेगा। हत्या के 562 घटनायें, लूट के 215, महिला उत्पीड़न के 8, महिला तस्करी के 9, ठगी के 800, नकली पदार्थ सामग्री के लिये 713, अपहरण के 251, हत्या के प्रयास के 443 ये विधानसभा के उत्तर है। साय सरकार के 6 माह में 12458 घटनायें हुई है। 12000 घटनाओं के बाद 8307 लोग गिरफ्तार किया है। 1 हत्या या 1 अपराध के पीछे 1 आरोपी भी गिरफ्तार नहीं हुये है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। बस्तर, सरगुजा, दुर्ग और अन्य जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया है, लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को रोक नहीं पायेंगे। हजारों की संख्या में हमारे साथी आये है। साय सरकार के पिछले 6 महीने में कानून व्यवस्था लचर हो गया है। महिला, युवा, आदिवासी, आम आदमी सुरक्षित नहीं है। बस्तर के लोगों को नक्सली बोलकर मारा जा रहा है। साय सरकार को 6 महीने हुये है और अपराध बहुत बढ़ गये जिस कारण 6 महीनें में ही कांग्रेस को आंदोलन करना पड़ा। भाजपा के नेता एफआईआर नहीं होने देते और पुलिस अधिकारियों को धमकाते है, कानून के तहत कोई कार्यवाही नही होती। बलौदाबाजार की घटना में कलेक्टर, एसपी कार्यालय जला दिये गये है। देश और छत्तीसगढ़ में कभी ऐसी घटना नही हुयी हैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है और भाजपा वालों से कोई पूछताछ नही हो रही है। राजधानी में आदिवासी युवक पता पूछता है तो उसकी हत्या हो जाती है, आये दिन गोली, हत्या, लूट, बालात्कार की घटनाये हो रही है, मंत्रियों के संरक्षण के कारण कोई कार्यवाही नही होती। महिला, व्यापारी, युवा सभी वर्ग के लोग डरे हुये है। अपराध लगातार बढ़ रहे है। हमारे कार्यकर्ता हजारों की संख्या में आये है, अब सदन से सड़क तक लड़ाई लड़ना है।
विधानसभा घेराव में शामिल हुए कांग्रेस के दिग्गज
विधानसभा घेराव कार्यक्रम में पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, एआईसीसी सचिव एवं प्रदेश प्रभारी चदंन यादव, एआईसीसी संयुक्त सचिव एवं प्रदेश सहप्रभारी विजय जांगिड़, पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे, पूर्व मंत्री धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, पूर्व मंत्री मोहन मरकाम, पूर्व मंत्री एवं विधायक अनिला भेड़िया, पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, पूर्व मंत्री गुरू रूद्र कुमार, पूर्व मंत्री एवं विधायक कवासी लखमा, पूर्व मंत्री एवं विधायक उमेश पटेल, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, एआईसीसी सचिव विकास उपाध्याय, विधायकगण श्रीमती विद्यावती सिदार, श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े, लालजीत सिंह राठिया, फूल सिंह राठिया, अटल श्रीवास्तव, दिलीप लहरिया, राघवेन्द्र कुमार सिंह, रामकुमार यादव, बालेश्वर साहू, श्रीमती शेषराज हरवंश, श्रीमती चातुरी नंद, द्वारिकाधीश यादव, सुश्री कविता प्राण लहरे, संदीप साहू, इन्द्र साव, जनक राम धु्रव, अंबिका मरकाम, ओंकार साहू, श्रीमती संगीता सिन्हा, कुंवर सिंह निषाद, देवेन्द्र यादव, यशोदा वर्मा, श्रीमती हर्षिता स्वामी बघेल, दलेश्वर साहू, भोलाराम साहू, इंद्रशाह मंडावी, सावित्री मंडावी, लखेश्वर बघेल, विक्रम मंडावी, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्षगण गुरूमुख सिंह होरा, प्रतिमा चंद्राकर, प्रेमचंद जायसी, बीरेश ठाकुर, प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू, महामंत्रीगण- प्रशांत मिश्रा, दीपक मिश्रा, नरेश ठाकुर, डॉ. थानेश्वर पाटिला, राजेन्द्र साहू, सकलेन कामदार, जितेन्द्र साहू, द्वितेन्द्र मिश्रा, सीमा वर्मा, कन्हैया अग्रवाल, शाहिद खान, दीपक दुबे, सुबोध हरितवाल, जिला अध्यक्षगण गिरीश दुबे, उधो वर्मा, हितेन्द्र ठाकुर, भावसिंह साहू, रश्मि चंद्राकर, शरद लोहाना, पूर्व विधायक अरूण वोरा, पूर्व खादी ग्रामोद्योग अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, एनएसयुआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय, सेवादल प्रदेश अध्यक्ष अरूण ताम्रकार, कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष अमीन मेमन, कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष राजकुमार अंचल, कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के अध्यक्ष केशव चंद्राकर, महापौर राजकिशोर प्रसाद, रामशरण यादव, विजय देवांगन, एजाज ढेबर, धीरज बाकलीवाल, हेमा देशमुख, नंदलाल देवांगन, नीरज पाल, शशि सिन्हा हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने किया।