कांग्रेस की घोषणाएं महिलाओं के साथ भद्दा मजाक
कांग्रेस देश को बताए कि महिलाओं को 50 लाख करोड़ रुपए सालाना कैसे देंगे
रायपुर। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं नेत्रियों ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने राज्य में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर महिलाओं के संरक्षण के लिए कानून का सख्ती से पालन कराने और महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों को गंभीरता से लेकर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। प्रत्येक थाने में एक महिला सेल स्थापित करने का वादा किया था, जिसमें महिला अपराधों की स्वतंत्र जांच की जाएगी। कांग्रेस के पूरे पांच साल के कार्यकाल में महिलाओं के साथ अनाचार, दुर्व्यवहार और हिंसा होती रही और कांग्रेस की सरकार आंखे मूंदे बैठी रही। आज बड़ी बड़ी घोषणाएं कर कांग्रेस एक बार फिर महिलाओं के साथ भद्दा मजाक कर रही है।
महिला नेत्रियों श्रीमती राव, श्रीमती रावटे, श्रीमती पटेल व श्रीमती शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिस कांग्रेस की भूपेश सरकार ने महिलाओं को 500 और 1,000 रुपए देने का वादा करके एक रुपया तक पूरे पाँच साल के शासनकाल में नहीं दिया, वह कांग्रेस अब देशभर की महिलाओं को एक लाख रुपए सालाना देने की बात किस मुँह से कर रही है? कांग्रेस देश को यह बताए कि महिलाओं को 50 लाख करोड़ रुपए सालाना वह कैसे देगी, जबकि देश का कुल बजट ही इतनी राशि का होता है।
एकात्म परिसर में आयोजित पत्रकारवार्ता में कांग्रेस का दमन छोड़ भाजपा में शामिल होने वाली बिलासपुर की पूर्व महापौर वाणी राव, नगर पालिका अध्यक्ष महासमुंद अनिता रावटे, जगदलपुर महापौर सफीरा साहू और महासमुंद की जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा पटेल और अरुणा शुक्ला ने कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, कांग्रेस के नेता जुमलेबाजी और अवांछनीय बयानबाजी करते रहे। कांग्रेस की सरकार ने हर ग्रामीण परिवार को प्रतिवर्ष 4 सिलेंडर मुफ्त देने की बात कही थी, कुल 20 सिलेंडर दिए जाने थे, लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला। वाणी राव ने कहा, कांग्रेस ने सदैव महिलाओं के साथ छल करके केवल वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने का राजनीतिक चरित्र प्रदर्शित किया है। कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में गंगा मैया की सौगंध खाकर महिलाओं से धोखा किया था। कांग्रेस में महिलाएं घुटन महसूस कर रही हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में विष्णुदेव साय की सरकार में कई योजनाएं महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए संचालित की जा रही हैं।