मुख्यमंत्री विष्णुदेव का बड़ा ऐलान, छत्तीसगढ़ में भी अग्निवीर बनेंगे सिपाही और जेल प्रहरी
सेवानिवृत्ति के बाद पूर्व अग्निवीरों को नौकरी में मिलेगी प्राथमिकता
रायपुर। अग्निवारों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ा ऐलान किया है। उनका कहना है, जब प्रदेश के अग्निवीर अपनी सेवाएं समाप्त करके वापस लौटेंगे तो प्रदेश सरकार उनको यहां पर पुलिस आरक्षक, वन रक्षक, जेल प्रहरी के पदों पर समावेशित करने की सुविधा देगी। प्रदेश सरकार इसके लिए जल्द विशेष आरक्षण के दिशा निर्देश जारी करेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री साय ने विधानसभा सत्र के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए अग्निवीरों के मामले में यह ऐलान किया है। इसके पहले हरियाणा और उप्र सरकार ने भी अग्निवीरों को नौकरी में आरक्षण देने का प्रावधान किया है। हां यह बताना लाजिमी है कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती को लेकर विपक्ष आक्रामक हैं और लगातार बयानबाजी कर देश में दो तरह की सेना होने की बात कह रहा है। कांग्रेस के राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने अग्निवीर भर्ती को युवाओं के साथ धोखा करार दिया है। यह कहा जा रहा है कि तीन साल की सेवाओं के बाद अग्निवीर की सेवा समाप्त हो जाएगी। उसके बाद ये युवा क्या करेंगे? इनके साथ यह धोखा है। जबकि सरकार ने सेवा निवृति के साथ राशि देने का प्रावधान रखा है। साथ ही केंद्रीय बलों में इनकी नियुक्ति को प्राथमिकता देने की बात भी कहीं जा रही है। अब राज्यों ने भी उनके लिए नौकरी के द्वार खोल दिए हैं।
कई राज्य कर चुके हैं ऐलान
हरियाणा और उत्तरप्रदेश पूर्व अग्निवीरों को नौकरी में आरक्षण देने का ऐलान कर चुके हैं। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ और मप्र ने भी इसका ऐलान कर दिया। इससे अग्निवीरों के लिए राह आसान हो जाएगी।