छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय शिक्षक संघ ने अपनी मांगों को लेकर रायगढ़ सांसद को सौंपा ज्ञापन
घरघोड़ा ( गौरीशंकर गुप्ता)। छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय शिक्षक संघ ने स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन पूर्व 25000 से अधिक स्थानांतरित व पदोन्नति से वंचित व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक (एल बी संवर्ग के शिक्षकों) की समस्या लेकर रायगढ़ सांसद राधे श्याम राठिया को उनके गृह ग्राम जाकर पत्र के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है जिसमे प्रमुख मांगो में स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन पूर्व/पश्चात स्थानांतरित व्याख्याता, शिक्षक व सहायक शिक्षकों की वरिष्ठता निर्धारण सामान्य प्रशासन विभाग 1961 के नियम 12 में प्रतिस्थापित शर्तों के अनुसार प्रथम नियुक्ति तिथि/वर्ष से किया जावे। (उक्त नियम का पालन न होने से स्कूल शिक्षा विभाग में एक नई विसंगति आ गई है जो पूर्णतः वित्तीय भार मुक्त है।) दूसरा यह कि स्कूल शिक्षा विभाग में ऐसे व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक (Ib संवर्ग) जो पदोन्नति से बंचित हैं। उन्हें प्रथम नियुक्ति तिथि से क्रमशः प्रथम व द्वितीय क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जावे। तीसरा मांग यह कि 1998 से म.प्र. शासन में शिक्षाकर्मी पद पर नियुक्ति प्रारंभ हुई।म.प्र. में कार्यरत शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति तिथि के आधार पर वरिष्ठता और क्रमोन्नति दी जा रही है। उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी दी जावे। रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया ने शिक्षकों की समस्याओं को लेकर छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर बात करने की बात कही गई है साथ मे शिक्षकों को हर संभव मदद करने की बात कही गई है