9 में से 7 सांसदों का टिकट काटकर भाजपा ने पहले ही हार मान ली
रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा, छत्तीसगढ़ में उसका तीसरे चरण के लोकसभा का चुनाव होने जा रहा है। प्रदेश में 9 में से 7 सांसद का टिकट काटकर भाजपा ने पहले ही हार मान ली थी, छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों ने संसद में कभी आवाज नहीं उठाई। टिकट काटने से यह सिद्ध कर दिया। छत्तीसगढ़ से संसद तक नाकारा थे। कांग्रेस पार्टी का चुनाव का प्रचार सकारात्मक मोड पर है और छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव भी हमने सकारात्मक मोड पर लड़ा था। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में संवाददाताओं से चर्चा में उन्होंने कहा, भाजपा को छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगना चाहिये। झूठ बोलकर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को षडयंत्र पूर्वक हटाने का काम किया। भाजपा की 15 साल की सरकार में नक्सलवाद बढ़ा। नक्सलवाद बढ़ते-बढ़ते एक दर्जन से ज्यादा जिलों में फैलता चला गया। वर्तमान में भाजपा के लीडर स्वयं सुरक्षित नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार आने के बाद नक्सलवाद और अपराध दोनों बढ़ते जा रहे हैं। अपराध और नक्सलवाद दोनों को एक रिमोर्ट कंट्रोल सरकार कहीं न कहीं से बढ़ावा दे रही है और उसको रोक नहीं पा रही है। कांग्रेस आरोप लगाती है कि इसकी जांच होनी चाहिये कि नक्सली घटनायें क्यों बढ़ रही हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार आने से सब योजनायें बंद हो गयीं। भाजपा की सरकार बन गयी है, जो रिमोट कंट्रोल से चल रही है।