अब हर साल माता कौशल्या महोत्सव का आयोजन करेगा संस्कृति विभाग
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब हर साल माता कौशल्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। खास बात ये है कि यह आयोजन संस्कृति विभाग करेगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव का उद्देश्य राज्य की कला संस्कृति एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक परंपरा के अंतर्गत माता कौशल्य की जन्मभूमि को विश्व पटल पर स्थापित करने एवं महिला सशक्तीकरण,कार्यशील कलाकारों के संरक्षम एवं संवर्धन एवं कला दलों के सतत विकास करना है। इस संबंध में राज्य सरकार ने पहली बार नियम भी बनाए हैं।
अब हर साल मनेगा तीन दिनों का महोत्सव
राज्य सरकार संस्कृति विभाग ने पहली बार माता कौशल्या महोत्सव मनाने के लिए नियम बनाए हैं। इसके तहत अब हर साल तीन दिनों का माता कौशल्य महोत्सव अप्रैल मई में मनाया जाएगा। नियम के मुताबिक हर साल कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार उसका प्रशासकीय अनुमोदन प्राप्त किया जाएगा। महोत्सव के दौरान रामायण पर आधारित धार्मिक भजन,गीत संगीत, नृत्य नाटिका, संगोष्ठि परिचर्या एवं महिला सशक्तीकरण पर आधारित विभागीय प्रदर्शनी का आयोजन होगा।
चंदखुरी में है माता कौशल्य मंदिर
राजधानी रायपुर से करीब 20 किमी दूर स्थित चंदखुरी में भगवान राम की माता कौशल्या का प्राचीन मंदिर है। यहां भगवान राम माता कौशल्या की गोद में बैठे दिखाए गए हैं। यह पूरी दुनिया में भगवान राम की माता को समर्पित एकमात्र मंदिर माना जाता है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद राज्य सरकार ने इस मंदिर का करीब दो साल पहले जीर्णोद्धार करवाया है। यह कार्य राम वनगमन पथ पर्यटन सर्किट के तहत किया गया है। मंदिर के जीर्णोद्धार पर सरकार ने करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।