पाटन में सियासी बयान शुरू : विजय बघेल ने मुख्यमंत्री को कहा- ‘ मरखंडा बईला ‘
दुर्ग। पाटन विधानसभा सीट से प्रत्याशी तय होने के बाद मीडिया से पहली बार मुखातिब होते हुए सांसद विजय बघेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मारखंडा बैल का विशेषण दे दिया। सांसद विजय बघेल की यह प्रतिक्रिया छत्तीसगढ़ राज्य के मंत्री अमरजीत भगत के उस बयान के जवाब में आया है, जिसमें श्री भगत ने विजय बघेल को बछड़ा करार देते हुए कहा कि सांड के सामने बछड़ा को उतार दिया है। इसी वक्तव्य पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद विजय बघेल ने सधा हुआ जवाब दिया, कि बछड़े को मां का ज्यादा प्यार मिलता है। उन्होंने कहा कि सांड दो प्रकार के होते हैं ।एक सीधा होता है और दूसरा मारखंडा । पाटन चुनाव के लिहाज से सांसद विजय बघेल का यह पहला बयान है। बयानों के तीर और भी चलेंगे। यद्यपि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा से विजय बघेल की टिकट पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है । लेकिन संभव है आने वाले दिनों में आम लोगों को यह देखने को मिले। दोनों बघेलो के बीच राजनीतिक तकरार ढाई दशकों की है। दोनों एक दूसरे के परस्पर नस-नस से वाकिफ है। यहां तक कि उनके समर्थक भी एक दूसरे के समर्थको से वाकिफ है। इसलिए पाटन का चुनाव 3 महीना पहले ही इतना दिलचस्प हो गया है कि प्रादेशिक मीडिया का ध्यान खींचने के अलावा राष्ट्रीय मीडिया में भी सुर्खियां बटोरी है।
मेहत्तर वर्मा क्यों दे रहे कांग्रेस छोड़ने की धमकी
आज पाटन से खबर आई कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कट्टर समर्थक एवं पाटन ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मेहत्तर वर्मा ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर की धमकी दी है । वैसे तो मेहतर वर्मा के इस बयान को धमकी कहना ठीक नहीं होगा । मगर ऐन चुनाव के 3 महीना पहले उनके बयान का अंदाज कुछ धमकी भरा ही लग रहा है। बरसो से कांग्रेस पार्टी से जुड़े होने के अलावा मेहतर वर्मा पाटन राज कुर्मी समाज के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं। पाटन के हीं समीप स्थित ग्राम अरसनारा के वे निवासी हैं। कई सालों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनका निकट संबंध है। मुख्यमंत्री ने कई बार उस पर उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें कई जिम्मेदारी दी ।
बताते हैं कि मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल का सीधा संवाद जमीनी कार्यकर्ताओं से कमजोर हो गया है। मुख्यमंत्री और पार्टी कार्यकर्ता के बीच की कड़ी इस मसले को ठीक ढंग से हैंडल नहीं कर पा रही हैं। पाटन क्षेत्र में मुख्यमंत्री से इसी तरह कई लोग नाराज चल रहे हैं। लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि यह सब घटनाएं चुनावी स्टंट है। मुख्यमंत्रि अपने से नाराज लोगों को आसानी से मना लेंगे।