February 1, 2025

आज ही गिरफ्तार हो सकते हैं पूर्व मंत्री कवासी लखमा! पूछताछ के लिए पहुंचे ईडी ऑफिस

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kawasi
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रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 2161 करोड़ के शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री एवं कोंटा के कांग्रेस विधायक कवासी लखमा उनके पुत्र सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार कर सकती है। पूछताछ के लिए कवासी लखमा आज सुबह ईडी ऑफिस पहुंचे। उनके पुत्र हरीश कवासी नहीं पहुंचे हैं। आज ईडी दफ्तर में सभी का बयान लिया जाएगा। इस दौरान संतोषजनक जवाब नहीं देने पर हिरासत में लेकर विशेष न्यायालय में पेश किया जा सकता है। ईडी ने छापेमारी के 5 दिन बाद प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपने कार्यकाल के दौरान नकदी में अपराध की आय (पीओसी) के मुख्य प्राप्तकर्ता थे। उनके बेटे हरीश लखमा और उनके करीबी सहयोगियों के आवासीय परिसरों में नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत मिले हैं। वहीं तलाशी में डिजिटल उपकरणों की बरामदगी और जब्ती भी हुई, जिनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड होने का संदेह है। इस प्रकरण की जांच के दौरान पहले ही अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा और अन्य लोगों का शराब सिंडिकेट के रूप में काम करने के इनपुट मिल चुके है। ईडी के अनुसार वहीं घोटाले से अर्जित रकम प्रतिमाह लखमा को मिलती थी। 2019 से 2022 के बीच हुए शराब घोटाले में ईडी को जांच में पता चला है कि अवैध कमीशन विभिन्न माध्यम से एकत्रित की जाती थी। ईडी ने शराब घोटाले की जांच करने 28 दिसंबर 2024 को कवासी लखमा, उनके पुत्र हरीश, नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू और कांग्रेस नेता सुशील ओझा के रायपुर, धमतरी के साथ ही सुकमा स्थित सात ठिकानों में छापामारा था।
मैं कानून को मानता हूं: लखमा
शराब घोटाले में जारी किए गए संमस के बाद कवासी लखमा ने मीडिया से कहा कि मैं कानून को मानता हूं, ईडी जो जानकारी लेगी उसके संबंध में पूरी जानकारी दूंगा। जो आरोप लगाए गए हैं उनका ईडी को जवाब देंगे और जो दस्तावेज मांगे गए हैं वह भी उपलब्ध कराएंगे। तलाशी के दौरान पूछताछ करने पर कवासी लखमा ने कहा था कि, मैं अनपढ़ हूं अधिकारियों ने गड़बड़ी करने के लिए मुझे अंधेरे में रखा। मुझे इस घोटाले के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी।
क्रिमिनल सिंडिकेट बनाकर किया गया शराब घोटाला: साव


जगदलपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में अरबों का शराब घोटाला हुआ है। एक क्रिमिनल सिंडिकेट बनाकर शराब घोटाले को अंजाम दिया गया। ईडी इस मामले की जांच कर रही है और जांच में कई तथ्य सामने आ रहे हैं। उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि, कांग्रेस सरकार के द्वारा जो राज्य के खजाने को लूटा गया था, वह अब धीरे-धीरे उजागर हो रहा है। एजेंसी सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। शराब घोटाले में जो लोग भी संलिप्त होंगे, वो सब जनता के सामने बेनकाब होंगे।

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