एंट्रीगेट में 630 रुपए पटाओ, गाड़ियों की लंबी कतार से राहत पाओ ?

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एसईसीएल कोल माईंस बिजारी में तौल कराने लगती है कोयला से लदे वाहनों की लंबी कतार

घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। एसईसीएल कंपनी का बिजारी ओपन कास्ट को माईंस से छनकर आ रही खबरो के अनुसार उक्त कोल माइंस मे स्थित एंट्रीगेट के कर्मचारी द्वारा कोयले से लोड वाहनों के चालकोें से उनकी गाड़ी जल्दी तौल करवाने के नाम पर एंट्रीगेट कर्मचारी द्वारा 630 रूपये प्रति वाहन से अवैध वसूली वर्षों से की जा रही है सूत्र बताते हैं कि एंट्रीगेट कर्मचारी स्थानीय निवासी होने के साथ कोल माइंस में जनरल मजदुर के पद पर कई वर्षों से बिजारी खदान में उसके और एक खास साथी के साथ कार्यरत है इनका कार्यस्थल कोल माइंस में किसी भी स्थान पर भी हो लेकिन दिलचस्पी एंट्रीगेट सम्हाने मे रहती हैं क्योंकि एंट्रीगेट में कोयला लोड गाड़ियों की लंबी कतार लगी रहती है और वे वाहन धार को में से कई वाहन चालकों अपनी लोड गाड़ी तौल करवाने की उक्त कर्मचारी उनसे संपर्क करके उनसे 630 (छह सौ तीस रूपये) में सौदाकर उनकी गाड़ी को गाड़ियों की कतार से अलग निकलवाकर उनका फौरन तौल कर उन्हे रवाना कर दिया जाता है। इसी उपरी कमाई की वजह से वह कर्मचारी एंट्रीगेट मे डेरा डाले रहता है। बता दें कि बिजारी कोल खदान में प्रतिदिन लगभग 400 भारी वाहन कोयला उठाने आते हैं । इन में जो वाहन कोयला लोड कर एंट्रीगेट के पास लंबी कतार मे खड़ी रहती है उनमें से कई वाहन चालकों को जल्दी बारी आने का इंतजार करना पड़ता है इसलिए उन चालकों से उक्त कर्मचारी द्वारा संपर्क कर उनसे प्रति वाहन बंधी रकम 630 रूपए अवैध वसूली कर उनको गाड़ियों की कतार से लाईन से बे लाईन कर तत्काल तौल कर दी जाती है।

जनरल मजदूर बनाम एंट्रीगेट बाबू
यह गोरख धंधा एक-दो दिन नहीं कई वर्षों से चला आ रहा है। लेकिन आश्चर्य में डालने वाली बात तो यह है बिजारी कोल माइंस के कर्ताधर्ता को इस कारगुजारियों की भनक तक नहीं हो। गले के नीचे नहीं उतरता है। दरअसल बिजारी कोयला खदान मे वर्षों से चली आ रही अवैध उगाही का खेल कुछ न कुछ हिस्सा प्रबंधन तक जरूर पहुंचता होगा? तभी तो कोयला खदान खामोशी छाई रहती है लेकिन हमारे हाथ जो सूत्र हाथ लगा है उसे हम आप तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।

 

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