‘संस्कार भारती’ ने धूमधाम से मनाया ‘श्रीकृष्ण जन्मोत्सव’, राधा-कृष्ण के नृत्य ने सबका मनमोह
अंधेरी रात से चलकर, सुहाने भोर मिलते हैं, पुकारों प्रेम से, दिल से, तो माखनचोर मिलते हैं। अजब जादू है, बंशी, नाम और उपदेश में साथी। ये धरती, है रंगी उनसे, वे चारों ओर मिलते हैं।
कांकेर। कला साहित्य एवं रंगमंच की अखिल भारतीय संस्था ” संस्कार भारती” की कांकेर इकाई द्वारा बाबा रामदेव मंदिर में 31 अगस्त शनिवार को “श्रीकृष्ण जन्मोत्सव” कार्यक्रम मनाया गया। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का कार्यक्रम श्रीमती सरोज जितेन्द्र सिंह ठाकुर अध्यक्ष नगर पालिका परिषद कांकेर विशिष्ट अतिथि, बीके रामादीदी संचालिका ब्रह्मकुमारीज कांकेर, डॉ गीता शर्मा अध्यक्ष संस्कार भारती, डॉ दिनेश मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष संस्कार भारती, मोहन सेनापति अध्यक्ष सरस्वती कला मंच कांकेर की गरिमामयी उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा निर्धारित पाँच प्रतियोगिता में सम्मिलित होकर सबका मन मोह लिया।
(1)- श्रीकृष्ण स्वरूप सज्जा प्रतियोगिता
प्रथम वर्ग – ( बालक बालिका की आयु सीमा 2 से 5 वर्ष) में कुल 14 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें, प्रथम स्थान आराध्या ठाकुर, द्वितीय स्थान आकृति शुक्ला एवं तृतीय स्थान शांति धामड़े ने प्राप्त किया।
द्वितीय वर्ग- ( बालक बालिका की आयु सीमा 6 से 10 वर्ष) में कुल 12 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें, प्रथम स्थान अनन्या ठाकुर, द्वितीय स्थान हेजल दवे एवं तृतीय स्थान अमृतांश शर्मा ने प्राप्त किया।
(2) राधा कृष्ण नृत्य प्रतियोगिता (आयु 10 वर्ष तक ) में कुल 10 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें, प्रथम स्थान आराध्या/ अनन्या ठाकुर, द्वितीय स्थान हेमशिखा परिहार एवं तृतीय स्थान अनन्या देवदास/राधिका रजक/दिशा मरकाम/लक्ष्मी ने प्राप्त किया।
(3)-मटका फोड़, में कुल 10 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें, प्रथम प्रयास में ही सफल रहीं श्रीमती मंजू शर्मा ।
(4) शंखनाद(कौन अधिक देर तक) कुल 09 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें, प्रथम स्थान मनीष परिहार , द्वितीय स्थान पंकज श्रीवास्तव एवं तृतीय स्थान काकोली देवनाथ ने प्राप्त किया।
(5) श्री कृष्ण भजन में कुल 8 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें, प्रथम स्थान भगवती चौहान , द्वितीय स्थान सत्येन्द्र सोनी एवं तृतीय स्थान मीना श्रीवास्तव ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिया गया, तथा सम्मिलित समस्त प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। निर्णायक मंडल की भूमिका में श्री सुरेश चंद्र श्रीवास्तव, श्री एस एस भदौरिया एवं श्री रामशरण जैन रहे। लेखनी तू शंख बन, जग को जगा दे, भरत भू को फिर से, तू वृंदावन बना दे, यही भाव एवं मंगल कामना, मंचस्थ अतिथियों एवं उपस्थित समस्त जन मानस द्वारा किया गया। मंचस्थ अतिथियों द्वारा भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप से लेकर श्रीमद्भागवत गीता के परम उपदेश तक की व्याख्या करते हुए, मानव जीवन को भक्ति की अविरल धारा में प्रवाहित करने हेतु आशीर्वचन देते हुए कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की गई। संस्कार भारती परिवार की ओर से मंचस्थ अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती मंजू शर्मा, श्रीमती गीता अशोक शर्मा, गरिमा मिश्रा, सत्य प्रकाश शर्मा, निधि संचेती, ए एस आर मूर्ति, संतोष श्रीवास्तव के साथ समस्त दायित्ववान कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रिजेन्द्र गंजीर एवं श्रीमती रीना लारिया ने किया तथा आभार प्रकट अवधेश लारिया, महामंत्री द्वारा किया गया।