निरंतर विकास कार्यों से बदल रही वार्ड की तस्वीर : पार्षद उमा चंद्रहास निर्मलकर
मूलभूत समस्याओं को दूर करने वार्ड में की गई प्रतिनिधियों की नियुक्ति
रायपुर (न्यूज टर्मिनल) । पहली बार पार्षद बनने का मौका मिला, निर्दलीय विजय हुई। साढ़े 4 साल हुए हैं, वार्डवासियों को अपना समझ कर कार्य की हूं। मैं गृहिणी हूं, जैसे एक गृहिणी अपने घर को संभालती, संवारती है, ठीक वैसे ही मैंने अपने वार्ड को संभाला और संवारा है। निरंतर विकास कार्यों से वार्ड में बहुत बदलाव देखने को मिल रहा है। यह कहना है राजधानी के वार्ड क्रमांक 54 कामरेड सुधीर मुखर्जी वार्ड की पार्षद उमा चंद्रहास निर्मलकर का। पार्षद उमा निर्मलकर ने कहा कि रोजाना सुबह 5 बजे से वार्ड की सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग करती हूं। कार्यालय जनता के लिए दिनभर खुला रहता है। वार्डवासियों के लिए हमेशा समर्पित रहती हूं। जब भी कुछ कार्य की सूचना या समस्या की जानकारी मिलती है तो उसको दूर करने के लिए तैयार रहती हूं।
राजनीति नहीं सेवा करना उद्देश्य
पार्षद ने कहा कि मैंने निर्दलीय चुनाव जीता और सभी से तालमेल बनाकर वार्ड की जनता के लिए हमेशा तत्पर रहती हूं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर, सभी के साथ मिलकर वार्ड के लिए कार्य कर रही हूं। क्षेत्र में प्रतिनिधियों की नियुक्ति की गई है। लगातार मूलभूत समस्याओं का मॉनिटरिंग की जाती है। कोई भी समस्या आने पर तत्काल समाधान करवाया जाता है। पार्षद के रूप में अब तक का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा। सेवा करने का मौका मिला है और हमने समर्पित हो कर सेवा की है। हमें किसी से कोई शिकायत नहीं है। अब तक के कार्य से संतुष्ट हूं और बाकी बचे कार्य को हम पूरा करेंगे। वार्ड की जनता हमेशा खुश रहे, मूलभूत सुविधाएं मिलती रहे बस यही उद्देश्य है ।
महापौर को जनता ही चुने तो जुड़ाव बना रहता है
पार्षद उमा निर्मलकर का कहना है कि महापौर का चुनाव जनता के माध्यम से ही होना चाहिए। आम जनता जैसे पार्षद चुनती है वैसे महापौर भी चुने। आम जनता से महापौर का चुनाव होगा तो वह जनता से जुड़ा रहेगा। पार्षद के द्वारा महापौर का चुनाव होने से जनता से सीधा जुड़ाव नहीं रह पाता है।
वार्ड से जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों में किए विकास
रायपुर नगर निगम के 70 वार्ड में सबसे बड़ा वार्ड हमारा है। ग्रामीण क्षेत्र को हमारे वार्ड में मिलाया गया है। इसमें बोरियाखुर्द और डूंडा 2014 में जुड़ा है। इन ग्रामीण क्षेत्रों के शहरीकरण के लिए जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों से मिलकर रूपरेखा बनाई गई। इन क्षेत्रों में बहुत से विकास कार्य हुए हैं और आगे भी होंगे। आगामी विकास कार्यों के लिए 12 करोड़ का प्रस्ताव दिए हैं।
230 एकड़ में फैला तालाब, शहर में पानी की समस्या कर सकता है दूर
गत 21 जुलाई को डिप्टी सीएम अरुण साव ने गजराज बांध में पौधरोपण किया। 230 एकड़ में फैला हुआ तालाब है। इसका गहरीकरण और रखरखाव होने से शहर की पानी की समस्या दूर हो सकती है। इसके लिए विधायक, कलेक्टर, आयुक्त ने भी निरीक्षण किया है। वार्ड में दो कॉलोनियां है, जिसका पूरा मेंटेनेंस आरडीए की तरफ से होता है। इसके बावजूद भी कोई समस्या रहती है तो उसका समाधान हम वार्ड स्तर में भी करते हैं। वार्ड 25 प्रतिशत आरडीए के अंतर्गत आता है।
शासन से डूंडा हाई स्कूल के उन्नयन का निवेदन
शासन से डूंडा हाई स्कूल को हायर सेकंडरी में उन्नयन करने का निवेदन है। इसके लिए प्रयास जारी है। पूर्व सीएम, शिक्षा मंत्री, विधायक,पूर्व शिक्षा मंत्री व वर्तमान सांसद बृजमोहन अग्रवाल से भी मुलाकात कर आग्रह किया गया है। वर्तमान विधायक मोतीलाल साहू से भी गत दिवस मांग की गई है।
पार्षद ने बताई अपनी उपलब्धियां
- विभिन्न मदों से 24 करोड़ रुपए का विकास कार्य हुआ है।
- प्राइमरी स्कूल डूंडा में 50 लाख का कार्य हुआ। इसमें अतिरिक्त कमरे, पेवर ब्लॉक लगाए गए।
- प्राइमरी स्कूल बोरियाखुर्द में 30 लाख का कार्य हुआ। इसमें अतिरिक्त कमरे, हॉल बनाया गया है।
- 5 करोड़ रुपए की लागत से कॉलोनी में सड़क व नाली निर्माण हुआ है।
- शीतला तालाब बोरियाखुर्द में शेड निर्माण और सौंदर्यीकरण हुआ है।
- डूंडा शमशान घाट में एक करोड़ का सौंदर्यीकरण कार्य हुआ।
- बड़े तालाब में 45 लाख का कार्य कराया गया है।
- अधोसंरचना मद से ग्राम डूंडा एवं बोरियाखुर्द में लगभग सारे तीन से चार करोड़ का कार्य हुआ है।
- सामान्य मद से विभिन्न जगहों में भवन का निर्माण किया गया है।
- सरस्वती भवन का कार्य जारी है। विधायक निधि से 50 लाख से निर्माण कराया जा रहा है।
- संधारण मद से 40 से 50 लाख का कार्य छोटे नाली पुलियों का निर्माण कराया गया है।
- वार्ड में दो राशन दुकान थीं। आज चार राशन दुकान हो गई है।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बोरियाखुर्द बहुत जर्जर था। इसे हमर अस्पताल में बदला गया। डॉक्टर और नर्सों की व्यवस्था की गई।
- अमृत मिशन का कार्य पूर्व विधायक सत्यनारायण शर्मा ने इस वार्ड में लाया था। हमने पानी की व्यवस्था सुगम की। आज पानी की व्यवस्था 85 प्रतिशत घरों में पानी पहुंच गया है।
- जब 2 साल वार्ड में पानी का संकट गहराया था तो निगम से गाड़ी की व्यवस्था नहीं होने पर अपने खर्चें से पानी की व्यवस्था की गई।
- कोरोना के समय दवा, खाना जरूरत की सामग्री की व्यवस्था की गई। कार्यालय में भोजन का निर्माण कर जरुरतमंदों को पहुंचाया गया।
- पिछले बरसात में बोरियाखुर्द की बस्ती जलमग्न हुई। नवरंग चौक सामुदायिक भवन में शिविर लगाकर रहवासियों की व्यवस्था कराई गई।
- बारिश के दो-तीन माह पूर्व से ही मॉनिटरिंग की गई। बड़े नाले को दुरुस्त करने के लिए अफसर का निरीक्षण कराया गया। इस बारिश में समस्या नहीं होगी।
- हरदिया साहू समाज का सामूहिक विवाह कार्यक्रम करवाया गया।
- वार्ड में भेंट मुलाकात का कार्यक्रम हुआ था। पूर्व सीएम के समक्ष समस्याओं का समाधान कराया गया।
- आरडीए की कॉलोनी में पूर्व में पानी की समस्या थी तो हमने अमृत मिशन का पाइप जोड़कर समस्या का समाधान किया।
- एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जिला स्काउट संघ, ग्रामवासियों, वार्डवासियों ने पौधरोपण का कार्यक्रम किया। मां के नाम 2000 पौधे लगाए गए।
- वार्ड में कौशल योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण क्लासेस लगाई जाती है। वार्डवासियों को हुनरमंद बनाया जा रहा है।