ट्रांसफर के बाद भी जमे हैं घरघोड़ा एसडीएम, क्यों टाली जा रही रिलीविंग ?
27 फरवरी के आदेश पर अमल आज तक नहीं
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। दो गाडिय़ों में एसडीएम की तख्ती की खबर से खूब प्रचारित हुए अधिकारी महोदय का ट्रांसफर 27 फरवरी 2024 को हो चुका है परंतु रिलीविंग लेने के बजाय साहब आराम से आने क्षेत्र में दो गाडिय़ों के साथ दुगुनी शक्ति से कार्य में लगे दिखे । छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 27 फरवरी 2024 को आदेश क्रमांक बी-1-1/2024/एक/4 के तहत घरघोड़ा के अनुविभागीय अधिकारी का तबादला डिप्टी कलेक्टर के रूप में खैरागढ़ छुई खदान कर दिया गया है । परन्तु स्थानांतरित होने के बाद से आज 4माह 10 दिन बीत जाने के बाद भी साहब की रिलीविंग की कोई सुगबुगाहट नही नजर आ रही ऐसे में लोग दबी जबान से सवाल। करने में लगे है की आखिर किस विशेष आस में साहब रिलीविंग नही ले रहे या उन्हें रिलीव नही किया जा रहा ।
ट्रांसफर के बाद रिलीविंग क्यों नही लेते अधिकारी ?
घरघोड़ा में जो भी अधिकारी आते हैं यहां से जाना ही नहीं चाहते । ना जाने ऐसा क्या जादू है घरघोड़ा की मिट्टी में की अधिकारी ट्रांसफर के बाद भी रिलीविंग लेने में देर करते हैं कभी कभी ये देर महीनों से साल तक मे बदलती देखी गयी है इससे लोगो के मन मे भी संशय उतपन्न होता है कि आखिर घरघोड़ा की माटी कौन सा सोना उपजाती है जिसकी वजह से ट्रांसफर के बाद भी रिलीविंग लेने में किंतु परन्तु कर अधिकारी प्रभार से चिपके रहते हैं ।
एसडीएम लिखी दो गाडिय़ों से किस कार्य को मिल रही थी गति ?
ट्रांसफर के बाद रिलीविंग की कार्यवाही करने के बजाय साहब के पदनाम से सुसज्जित दो चार पहिया वाहनों में एक तो मीडिया में समाचार के बाद गायब हो गया पर इस पर भी लोग प्रश्न पूछ रहे कि आखिर दो दो पदनाम लिखी चार पहिया से किस तरह के कार्य को गति दी जा रही थी आखिर क्या जरूरत पड़ गयी जो एक के बकाया दो गाडिय़ों का ऑफिशियल इस्तेमाल किया जाने लगा था। फिलहाल बहुत से प्रश्न बाकी है पर देखना यह है कि ट्रांसफर के बाद रिलीविंग का यह इंतज़ार कब तक चलता है ।