बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर शिक्षा विभाग कार्रवाई, ठोका एक-एक लाख का जुर्माना
एनएसयूआई ने भी की थी शिक्षा विभाग से शिकायत, स्कूलों पर लगा ताला
रायपुर। राजधानी में बिना मान्यता के दो श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। मामले की शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की टीम ने दबिश दी। बताया जाता है कि किराए के भवन में संचालित इन स्कूलों में अभिभावकों से मनमानी फीस ली जा रही थी। चैतन्य टेक्नो स्कूल अमलीडीह और टेक्नो स्कूल सरोना टाटीबंध पहली से आठवीं तक संचालित हैं, जिनमें लगभग हजार छात्र अध्ययनरत हैं। टीम ने इन दोनों स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये जुर्माना किया है। और स्कूल पर ताला गया दिया गया है। जुर्माने की राशि तीन दिन के अंदर जमा नहीं करने पर प्रतिदिन 10-10 हजार रुपये अतिरिक्त जुर्माना देना पड़ेगा।
एनएसयूआई प्रदेश सचिव कुणाल दुबे ने बताया की राजधानी में बिना मान्यता के संचालित श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल की शिकायत एनएसयूआई ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपाकर की थी, जिस पर शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है। श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल अमलीडीह में शिक्षा विभाग कार्रवाई के दौरान एनएसयूआई प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल, जिला उपाध्याय तारिक खान उत्तर विधानसभा अध्यक्ष अनुज शुक्ला पश्चिम अध्यक्ष विशाल मानिकपुरी तनिश मिश्रा, अभिषेक दुबे,अभिनाव बांधे, रोहित राज, विनय बंजारे आदि छात्र नेता भी उपस्थित थे।
86 हजार रुपये तक प्रति विद्यार्थी वार्षिक फीस
चैतन्य टेक्नो स्कूल अमलीडीह में ट्यूशन, किताब, आनलाइन क्लासेस और यूनिफार्म के नाम पर पालकों से मोटी रकम ऐंठी जा रही है। नर्सरी से पीजी-2 तक 61 हजार, पहली और दूसरी तक 66 हजार, तीसरी से पांचवी तक 71 हजार, छठवीं, सातवीं और आठवीं में क्रमश: 76 हजार, 81 हजार और 86 हजार रुपये प्रति विद्यार्थी वार्षिक फीस ली जा रही है। कक्षा चौथी में प्रवेश लेने वाले छात्र से ट्यूशन फ़ीस के नाम से 55 हज़ार रुपये लिए जाते हैं। एक सेमेस्टर (6 माह) के लिए पुस्तक मटेरियल 6,555 रुपये में दिया जाता है।