बिजली विभाग के गोडाउन में भीषण आगजनी का सीएम साय ने लिया जायजा
रायपुर। राज्य विद्युत विभाग के गुढिय़ारी स्थित केंद्रीय भंडार में शुक्रवार को दोपहर लगभग एक बजे भयावह आग लग गई। इससे वहां रखे 4,000 से ज्यादा ट्रांसफार्मर, पावर आयल, बिजली के केबल और मीटर जलकर खाक हो गए। भारत माता चौक के पास लगभग साढ़े तीन एकड़ के दायरे में स्थित स्टोर में हुई दुर्घटना से बिजली विभाग को 80 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देर रात मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा से कोई जनहानि नहीं हुई। विभाग के अधिकारियों ने भी मुस्तैदी दिखाई। जिन लोगों को आर्थिक रूप से क्षति हुई है उसका आकलन किया जा रहा है। आग लगने के कारणों की भी जांच कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने आगजनी की सूचना मिलते ही अपने सचिव पी. दयानंद को भेजा था।
आग बुझाने के लिए रायपुर फायर ब्रिगेड, औद्योगिक क्षेत्रों के अग्नि शमन दल और दुर्ग जिले से भी फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा। एसडीआरएफ की 20-25 टीमें भी घटनास्थल पर पहुंची। दुर्ग जिले से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलानी पड़ी। लगभग 11 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग इतनी भयावह थी कि 20 किलोमीटर की दूरी से भी काले धुएं का बादल देखा गया। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए तीन किमी के दायरे को सील कर दिया और लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जबकि कुछ लोग तो डर के कारण घरों में ताले लगाकर भाग खड़े हुए।
आग लापरवाही की है या भ्रष्टाचार की
विद्युत विभाग के केंद्रीय भंडार में लगी आग लापरवाही से लगी है या फिर इसमें भ्रष्टाचार की भी भूमिका है यह अग्निकांड की जांच में ही सामने आएगा। लेकिन विद्युत विभाग सवालों के घेरे में जरूर है। उससे कई कड़े सवाल पूछे जाएंगे, उसके कई निर्णयों पर उंगलियां भी उठेंगी।
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