चेकिंग में तैनात आरक्षक को गाड़ी से कुचलकर भाग निकले मवेशी तस्कर
आत्मा समर्पित नक्सली का बेटा था आरक्षक शिवचरण
राजनादगांव। घटना गुरुवार शुक्रवार दरमियानी रात करीब 2:45 बजे की है बाघनदी के प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी विवेक एक्वा को रात 2:30 बजे मवेशी तस्करी की सूचना मिली जिसमें एक माल वाहक में मवेशी को भरकर नागपुर की दिशा में ले जाने की जानकारी थी। इसके बाद पुलिस टीम ने थाने के सामने ही फोरलेन पर पॉइंट लगाकर चार जवानों को पॉइंट में तैनात किया गया और वाहनों की जांच शुरू की गई इसी दौरान माल वाहक मौके पर पहुंची जो पहले ही रफ्तार में थी जिसे आरक्षक शिवचरण मांडवी 35 वर्ष ने रोकने के लिए हाथ दिखाया लेकिन तस्कर ने पहले गाड़ी धीमी की और फिर अचानक रफ्तार बढ़ाते हुए आरक्षक शिवचरण को जोरदार ठोकर मार दी।
आरक्षक शिवचरण माल वाहन के पहिए में फंस गया और कुछ मीटर तक घसीटता रहा इसके बाद भी ड्राईवर ने गाड़ी नहीं रोकी और रफ्तार बढ़ाते हुए वह बॉर्डर पर कर महाराष्ट्र की दिशा में भाग निकला। आरक्षक शिवचरण के पिता सहायक पुलिस आरक्षक थे शिवचरण का परिवार मूलत गाता पर थाना क्षेत्र का रहने वाला है जहां उनके पिता शंकर मंडावी ने नक्सली संगठन से आत्मसमर्पण किया था इसके बाद पुलिस में सेवा दी इसी तरह शिवचरण भी सहायक आरक्षक से आरक्षक में पदोन्नति हुआ वह लंबे समय से अपने ससुराल डीला पहरी में रह रहा था जहां शुक्रवार शाम उसका अंतिम संस्कार किया गया आरक्षक के पिता लकवा ग्रस्त है वही शिवचरण के 16 साल की बेटी और 4 साल का बेटा है घटना के बाद गंभीर हालत में शिवचरण को तत्काल महाराष्ट्र के देवरी के अस्पताल लेकर जवान रवाना हुए कुछ देर में एंबुलेंस देवरी अस्पताल पहुंची लेकिन इसके पहले ही आरक्षक शिवचरण मंडावी ने दम तोड़ दिया।
रात में ही पुलिस की विशेष टीम तैयार की गई। प्रशिक्षु डीएसपी विवेक एकका जवानों के साथ आरोपी की पताशा जी के लिए महाराष्ट्र रवाना हुए लेकिन शुक्रवार तक आरोपी का पता नहीं चल पाया एसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि माल वाहक की पताशाजी के लिए टीम लगातार काम कर रही है।