21 दिसम्बर को शिविर में निराकरण के वायदे पर खत्म हुई नाकाबंदी
पीड़ितों को हक़ दिलाने तक जारी रहेगा आंदोलन-सिल्लू चौधरी
घरघोड़ा(गौरीशंकर गुप्ता)। एनटीपीसी के प्रभावित 8 ग्रामो के ग्रामीणों ने आज 18 दिसंबर को अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत एनटीपीसी के रेलवे साइडिंग में जाकर आर्थिक नाकेबंदी कर दी इस आंदोलन में अपार जनसमूह एनटीपीसी के विरुद्ध अपनी नाराजगी जाहिर करने पहुंचा था घरघोड़ा नप अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता सिल्लू चौधरी की अगुवाई में आंदोलन हेतु पूर्व में ही तीन रोज पहले 8 गांव की ग्रामीणों ने एनटीपीसी के विरुद्ध आर्थिक नाकेबंदी करने का ज्ञापन उच्च अधिकारियों को सौंप दिया था जिसमें ग्रामीणों की विभिन्न 30 सूत्री मांगों को लेकर आज आर्थिक नाकेबंदी करते हुए जमकर नारेबाजी कर घण्टो काम ठप्प कर दिया गया ।
महिलाओं से दुर्व्यवहार,मुआवजे पर नाराजगी
आंदोलन में ग्रामीणों की प्रमुख मांग मुआवजा राशि नहीं मिलने, बेरोजगारों को रोजगार देने ,तेंदूपत्ता की छुट्टी का भुगतान देने, विस्थापन का लाभ देने, एनटीपीसी में दलाली प्रथा समाप्त करने, एनटीपीसी के अधिकारियों द्वारा आदिवासी महिलाओं से गली-गली दुर्व्यवहार करने पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने तथा अन्य विभिन्न समस्याओं की मांग को लेकर आज बड़ा आंदोलन हुआ ।
आंदोलन से फूले हाथपांव,गुरुवार को निराकरण का वायदा
ग्रामीणों के एनटीपीसी के प्रति बढ़ते रोष और सैकड़ो की संख्या में भूमिपुत्र महिला पुरुषों के आंदोलन की धमक से एनटीपीसी सहित प्रशासन के पेशानी पर बल पड़ने लगा और तुरन्त एक्टिव होकर लम्बी बात चीत के बाद 21 दिसम्बर गुरुवार को प्रशासन और एनटीपीसी के मध्यस्थता में सभी मांगो के निराकरण करने का वायदा किया गया तब कहीं जाकर आंदोलनकारियों ने आंदोलन स्थगित किया ।
स्थायी हल हो आंदोलन स्थगित ,समाप्त नही- सिल्लू चौधरी
आन्दोलन की अगुवाई कर रहे लोगो मे प्रमुख नप अध्यक्ष घरघोड़ा सिल्लू चौधरी ने आंदोलन स्थगन पर बोलते हुए कहा कि स्थायी समाधान और हर पीड़ित को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा अभी हमने एनटीपीसी और प्रशासन को एक मौका दिया है यदि 21 दिसम्बर को समस्याओं का हल नही होता तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा ।