विष्णु केबिनेट में सभी ‘भगवान’
घरघोड़ा (गौरीशंकर गुप्ता)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री भगवान के नाम से हैं, प्रथम.. राज्य के मुख्यमंत्री खुद विष्णुदेव, जो कि समूचे संसार के पालनकर्ता, द्वितीय.. बृजमोहन, यानी बृजधाम के मोहन अर्थात कृष्ण- कन्हैया, तृतीय में.. लक्ष्मी यानी धन की देवी, चतुर्थ.. लखन यानी राम के प्रिय अनुज और पंचम.. श्याम हैं तो सुंदर हैं, षष्ठम में.. रामविचार में तो खुद ही राम हैं, इसके बाद सप्तम मंत्री के अर्थ की बात करें तो.. दयाल मतलब ईश्वर तथा अष्टम की बात कहें तो ओपी में ओम के उच्चारण मात्र से ही संसार का वातावरण शुद्ध हो जाता है, नवम मंत्री की बात बताएं तो अरुण यानी सूर्यदेव के अरुणांचल, दसम मंत्री टंकराम यानी राम के धनुष की टंकार, और बचे विजय तो विजय यानी आने वाले समय में सबको लेकर विजय का मार्ग प्रशस्त करने वाले।हमारे पाठकगण को बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के मंत्रिमंडल में पूरे ब्रह्मांड के देवी-देवता विराजमान हैं तो दुश्मनों को मंत्रिमंडल में विराजे इन देवी-देवताओं से सावधान रहने की जरूरत आ पड़ी है। विष्णु केबिनेट में बिराजे इन देवी-देवताओं को राजनीति के ब्रम्हा यानी मोदी की अपेक्षा के अनुरूप कार्य करने की जरूरत पड़ेगी अर्थात मोदी की गारंटी को गारंटी के साथ पूरी करने के लिए तत्पर व सक्षम बनना पड़ेगा, यानी नाम के अनुरूप प्रदेशवासियों के उत्थान के लिए काम करने की चुनौती भी है।