लैलूंगा विधानसभा चुनाव जीतने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भरी हुंकार

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घरघोड़ा (गौरीशंकर गुप्ता)। जैसे-जैसे छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं सभी राजनैतिक पार्टियां अपना-अपना वर्चस्व दिखाने में जुट गई हैं. इसी क्रम में आज गोंडवाना गड़तंत्र पार्टी ने विधानसभा चुनाव को लेकर अपना दम दिखाया। 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी के गठजोड़ की ओर से प्रत्याशी रघुवीर राठिया के घर की गई इस बैठक में चुनाव जीतने की रणनीति बनाई गई। आपको बता दें कि इस बार छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी दोनों गठबंधन के रूप में छत्तीसगढ़ में एक साथ चुनाव लड़ रही हैं। लैलूंगा विधानसभा के लिए रोडोपाली गांव के सरपंच रघुवीर राठिया जो अपने गांव अपने क्षेत्र एवं अपने समाज में काफी लोकप्रिय हैं और अच्छी पकड़ रखते हैं। जिसे देखते हुए पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। इस गांव से बीजेपी की प्रत्याशी सुनीति राठिया जो की पूर्व में विधायक रही हैं इसलिए इस बार का मुकाबला बड़ा दिलचस्प होने वाला है क्योंकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में कई वर्षों से लगातार क्षेत्र की जल-जंगल-जमीन व जर्जर सड़क और वनअधिकार पत्रक तथा युवाओं के लिए रोजगार जैसे विभिन्न जनहित के मुद्दों को लेकर लगातार आंदोलन करती आ रही है। रघुवीर राठिया के घर हुए इस सभा में हजारों की संख्या में गोंड़वाना गड़तंत्र पार्टी के कार्यकर्त्ता सम्मिलित हुए। वहीं गोंडवाना गड़तंत्र पार्टी के तेजतर्रार युवा नेता एवं प्रखर वक्ता राजेश सिंह मरकाम ने बताया कि, ये जो विशाल जनसभा दिखाई दे रही है, ये पैसे देकर बुलाई गई भीड़ नहीं है। ये भ्रष्ट सरकार के सताए हुए शोषित और वंचित लोग हैं। जो अपनी पार्टी से बहुत उम्मीद लगाए हुए हैं। इनका कहना है कि एक गोंडवाना गड़तंत्र पार्टी ही है जो हमारे हक और अधिकार के लिए हमेशा हम लोगों के साथ दिन-रात खड़ी रहती है। गोंड़वाना गड़तंत्र पार्टी के प्रत्याशी रघुवीर राठिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि गोंडवाना गड़तंत्र पार्टी में सभी वर्ग/समाज के लोग जुड़ते जा रहे हैं, गोंड़वाना गड़तंत्र पार्टी दिनों दिन मजबूत होती जा रही है और ये सभी समाज और वर्ग के लोगों का आशीर्वाद है, जो आज विशाल जन समूह में दिखाई दे रही है। इस ऐतिहासिकक जनसभा ने दूसरी राजनैतिक पार्टियों को सोंचने के लिए मजबूर कर दिया है।

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