मोर बिजली एप में मिलेंगी 36 सुविधाएं : मुख्यमंत्री ने किया लान्च
अब बिजली दफ्तर जाने की जरूरत नहीं
बिल भुगतान और इंजीनियरों के नंबर भी उपलब्ध’
रायपुर। छत्तीसगढ़ पॉवर कंपनी के मोर बिजली एप में अब लोगों को 36 तरह की सुविधाएं मिल रही हैं। यानी यह एप अपने-आप में एक बिजली दफ्तर है। लोगों को किसी भी तरह की शिकायत या जानकारी के लिए बिजली दफ्तर जाने की जरूरत नहीं। हर जानकारी सिर्फ एक क्लिक में सामने आ जाएगी। एप की शुरुआत के बाद से लगातार सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है। करीब दर्जनभर सुविधाओं से इसकी शुरुआत की गई थी। धीरे-धीरे बढ़ते हुए सुविधाएं आज तीन गुना पहुंच गई हैं।
बिजली कंपनी के मोर बिजली एप के 2.0 वर्जन को कोरबा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लांच किया। इसमें बिल की जानकारी, गणना, दरें, बिल भुगतान जैसी कई सुविधाएं हैं। इनमें ऑनलाइन भुगतान, नजदीकी भुगतान केंद्र, पिछले दो साल के बिल भुगतान विवरण, बिजली बिल हाफ योजना में मिली छूट की जानकारी है। बिल सप्लाई तथा बिल से जुड़ी शिकायतें जैसे बिजली बंद, बिल संबंधी शिकायतें, आपातकालीन तथा विद्युत अवरोध, ट्रांसफार्मर की खराबी आदि की सुविधाएं भी इसमें मिलेंगी।
इसी एप में नए बिजली कनेक्शन, नाम परिवर्तन, टैरिफ परिवर्तन, लोड बढ़ाने-घटाने, मीटर शिफ्टिंग के लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उपभोक्ता अपने आनलाइन आवेदन की स्थिति भी जान सकेगा। उपभोक्ता अपनी व्यक्तिगत प्रोफाइल जैसे- मोबाइल नंबर जोड़ने-बदलने, ई-मेल आईडी इत्यादि बिजली कनेक्शन प्रोफाइल एप से बना पाएंगे। एसएमएस और मोबाइल एप की भाषा का चुनाव भी आसानी से हो सकेगा। बिजली कंपनी के अफसरों के अनुसार उपभोक्ताओं को उनके बिजली कनेक्शन से संबंधित कई जानकारियां जैसे संबंधित बिजली ऑफिस, फ्यूज ऑफ कॉल सेंटर तथा भुगतान केंद्र का पता, सहायक/कनिष्ठ अभियंता का नाम तथा अन्य कई आवश्यक जानकारियां मालूम नहीं रहती है। इसलिए मोर बिजली मोबाइल ऐप वर्जन 2.0 में उपभोक्ता को ये सभी जानकारियां बिजली कनेक्शन प्रोफाइल में मिल जाएगी। इसमें उपभोक्ता से संबंधित मीटर, पोल, ट्रांसफार्मर, 11 केवी फीडर तथा सबस्टेशन और अन्य आवश्यक जानकारियां भी शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ी में जानकारी
नए मोर बिजली एप को छत्तीसगढ़ी बोली में भी उपलब्ध कराया गया है। जिन उपभोक्ताओं ने छत्तीसगढ़ी बोली को एसएमएस की भाषा के रूप में चुना है, उन्हें मासिक बिजली बिल, बिल भुगतान, बिल भुगतान रिमाइंडर और बिल भुगतान की जानकारी छत्तीसगढ़ी में भेजी जाएगी। यह छत्तीसगढ़ी बोली का प्रदेश का पहला शासकीय मोबाइल एप है।
प्रति व्यक्ति बिजली खपत में देश में सबसे अग्रणी छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा में 12 हजार 915 करोड़ रुपए के लागत से बनने वाले विद्युत उत्पादन कंपनी हसदेव ताप विद्युत गृह की नवीन सुपरक्रिटिकल ताप विद्युत परियोजना कोरबा (पश्चिम) के शिलान्यास एवं विकास कार्यों के लोकार्पण भूमिपूजन करने के बाद कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने 1957 में कोरबा में बिजली प्लांट की पहली शुरूआत की थी। मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि आज हम यहां अब तक के सबसे बड़े 1320 मेगावाट के पॉवर प्लांट की आधारशिला रख रहे हैं। छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत देश में सबसे ऊपर है। कोरबा ऊर्जा की राजधानी रही है। हमने छत्तीसगढ़ में बिजली बिल हाफ करने की योजना लागू की, हम 24 घंटे सभी को बिजली प्रदान कर रहे हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि हम 42 लाख परिवारों को आधे दाम में 400 यूनिट तक बिजली दे रहे हैं।