पूरे देश में बैन हो आदिपुरुष : सीएम
रायपुर । छत्तीसगढ़ में आदिपुरुष फिल्म के विरोध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केन्द्र सरकार को फिल्म देशभर में बैन करनी चाहिए। केवल छत्तीसगढ़ में बैन कराने से कुछ नहीं होगा। अब जब जनता फिल्म के खिलाफ खड़ी हो गई है। तब ये कहते हैं कि इस पर बैन लगाया जाए। भाजयुमो के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि चुनाव आ गया है, इसलिए युवाओं को गुमराह कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आदिपुरुष के बहाने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम को धीरे-धीरे युद्धक राम बना दिया गया। हनुमान ज्ञान, शक्ति और भक्ति के प्रतीक हैं, उसको एंग्री बर्ड बना दिया गया। और तीसरा क्रोनोलॉजी यह है कि जो बजरंग दल के लोग बोलते हैं वो शब्द भगवन बजरंगबली से बुलवा रहे। इनका असली चेहरा अब बेनकाब हो चुका है। उन्होंने कहा कि जो फिल्म बनाने वाले हैं, वे कौन है, जिनके साथ उनकी फोटो है, उनके एसोसिएशन किनके साथ हैं, ये सब जान गए हैं। अगर कोई दूसरा डायरेक्टर या निर्देशक-निर्माता होता तो अभी तक पूरे देश भर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद वाले सड़कों पर दिखाई पड़ते। इनके अपने हैं इसलिए ये लोग छिपे हुए हैं। अगर आप राम के भक्त हैं, और हनुमान जी को मानने वाले हैं चाहे वह कोई भी हो उसके खिलाफ क्यों करवाई नहीं होनी चाहिए। इनकी राम पर, माता जानकी पर कोई आस्था नहीं है। ये केवल राजनीति करते हैं।
उन्होंने कहा कि आदिपुरुष बैन को लेकर कहा कि प्रदर्शन रोकना है तो केन्द्र सरकार पूरे भारत में बैन लगाए। मैं इसमें कोई राजनीति नहीं करना चाहता। लेकिन अगर केंद्रीय मंत्री कह रहे हैं, डॉ. रमन सिंह कह रहे हैं तो भारत सरकार को फिल्म पर बैन लगा देना चाहिए। पूरे देशभर में बड़े राम के भक्त बनते हैं, उनकी सहमति से तो यह सब हुआ है और यही तो क्रोनोलॉजी है।
जन-जन में बसे हैं श्रीराम : डॉ. रमन
फिल्म के किरदारों और डायलॉग पर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने भी आपत्ति जताई है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि, श्रीरामचन्द्र भारत के रोम-रोम में बसे हुए हैं। युग-युगांतर से उनकी छवि पूरे देश में मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में हमारे मन में बसी हुई है। आज जब एक फिल्म में श्रीराम और रामायण के चरित्र को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। पूरा देश इस नकारात्मकता के विरुद्ध खड़ा है।