घरघोडा के गुरु घासीदास बाबा जी की जयंती में समाज के बच्चों ने मचाई धूम
घरघोड़ा से गौरीशंकर गुप्ता की रिपोर्ट
घरघोडा । घरघोड़ा के अंबेडकर चौक में संत शिरोमणि परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी की 267 वीं जयंती बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया l घरघोड़ा में गुरु घासीदास बाबा जी की जयंती सन 1993 में शुरू की गई थी जो की आज 30 वर्षों से लगातार परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी का जयंती घरघोडा में मनाते आ रहे हैं आपको बताना चाहेंगे कि भारत के साथ-साथ विश्व को शांति एवं सत्य का संदेश देने वाले परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी का जन्म 18 दिसंबर सन 1756 को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिला के गिरौदपुरी धाम में हुआ था संत गुरु घासीदास बाबा भारत के छत्तीसगढ़ राज्य की संत परंपरा में सर्वोपरि हैं। बाल्याकाल से ही गुरु घासीदास बाबा के हृदय में वैराग्य का भाव प्रस्फुटित हो चुका था। समाज में व्याप्त छुआछूत, पशुबलि तथा अन्य कुप्रथाओं का ये बचपन से ही विरोध करते रहे है । समाज को नई दिशा प्रदान करने में अतुलनीय योगदान दिया है ।
गुरु घासीदास का जन्म ऐसे समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था, बाबा ने ऐसे समय में समाज में समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया। गुरु घासीदास बाबा की सत्य के प्रति अटूट आस्था की वजह से ही उन्होंने बचपन में कई चमत्कार दिखाए, जिसका लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा। गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने न सिर्फ सत्य की आराधना की, बल्कि समाज में नई जागृति पैदा की और अपनी कठिन तपस्या से प्राप्त ज्ञान और शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा के कार्य में किया। इसी प्रभाव के चलते लाखों लोग बाबा के अनुयायी हो गए। फिर इसी तरह छत्तीसगढ़ में ‘सतनाम पंथ’ की स्थापना हुई। गुरु घासीदास के मुख्य रचनाओं में उनके सात वचन सतनाम पंथ के ‘सप्त सिद्धांत’ के रूप में प्रतिष्ठित हैं। गुरू घासीदास की शिक्षा बाबा जी को ज्ञान की प्राप्ति छतीशगढ के रायगढ़ जिला के सारंगढ़ तहसील में बिलासपुर रोड में स्थित एक पेड़ के नीचे तपस्या करते वक्त प्राप्त हुआ था जिसको आज ज्ञान स्थली के नाम से जाना जाता है और उसी जगह को आज गुरु घासीदास पुष्प वाटिका के नाम से जानते है गुरू घासीदास बाबाजी ने समाज में व्याप्त जातिगत विषमताओं को नकारा।
गुरु घासीदास के सात वचनों को आज छत्तीसगढ़ ही नही अपितु पूरा भारत देश अमल करते हुए सात्विक जीवन जीने का प्रयास कर रहे है घरघोड़ा में आज का कार्यक्रम शाम 4:00 बजे कमलेश निराला घर से श्वेत पालो व कलश लेकर अंबेडकर चौक पहुंची विधिवत पूजा अर्चना करते हुए दीप प्रज्वलित कर जैतखाम में श्वेत पालो कमलेश निराला के द्वारा चढ़ाया गया और कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तत्पश्चात पंथी नृत्य एवं ओपन डांस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया प्रथम पुरस्कार प्रतिमा डांस ग्रुप दुर्ग को ₹ 11000 नगद एवं मोमेंटो सुरेंद्र चौधरी के द्वारा व द्वितीय पुरस्कार जेम्स ग्रुप राजनंदगांव को 7000 रु की नगद राशि एवं मोमेंटो रमाकांत मनहर व तृतीय पुरस्कार बसंत रात्रे की ओर से 4000 रु नगद एवं मोमेंटो टेंडनावापारा एवं चंद्रपुर को 4000 रु एवं मोमेंटो समिति की ओर से प्रदान किया गया उपरोक्त सभी डांस में आकर्षण का केंद्र अंश अम्बेडकर बघेल का रहा जिसको विशेष पुरुस्कार दिया गया l उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया जी कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के अध्यक्ष उमेश लहरे जी विशिष्ट अतिथि घरघोडा नगर पंचायत के अध्यक्ष सुरेंद्र सिल्लू चौधरी जी नगर पंचायत के उपाध्यक्ष उस्मान बेग जी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिव शर्मा जी विधायक प्रतिनिधि किरोड़ी तायल जी जनपद पंचायत सदस्य के प्रदेश अध्यक्ष लता खूंटे जी वार्ड क्रमांक 7 के पार्षद सुश्री पूनम चौहान जी वार्ड क्रमांक 3 के पार्षद पुरुषोत्तम उरांव जी वार्ड क्रमांक 04 के पार्षद सुशील खांडे जी वरिष्ठ पार्षद नेत्री विमला जोल्हे जी गंगाधर लहरे जी भेखराम खड़बंधे जी ,खीरु राय जी ,डॉक्टर राधेश्याम यादव जी , बाबू ठाकुर जी सुरेंद्र गुप्ता जी , बोधराम गुप्ता जी लीला धर साहू जी सन्नू मित्तल जी एवं समस्त अतिथियों के गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ l