बंदूक से इंजेक्शन देकर रेस्क्यू टीम ने तेंदुआ को पकड़ा
जगदलपुर। बस्तर जिले के बड़ांजी थाना क्षेत्र ग्राम साकरगांव ग्रामीण के खेत में गुरूवार की सुबह तेंदुआ मिला, जिससे ग्रामीण ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग बस्तर मंडल के डीएफओ उत्तम कुमार गुप्ता के नेतृत्व में वन विभाग, पशुधन विकास, पुलिस विभाग की ओर से रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू टीम ने एक घंटे में बंदूक से बेहोशी का इंजेक्शन देकर बेहोश कर डेढ़ वर्षीय तेंदुआ को पकड़कर पिंजरे में डाला और उसका उपचार भी किया। बताया जा रहा है कि खेत में कांटे के तार से घायल हो गया था, जो वर्तमान में स्वस्थ्य हो गया, उसे रात होने पर जंगल में छोड़ा गया। टीम में वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी प्रकाश ठाकुर, देवेंद्र सिंह वर्मा, पुशधन विकास विभाग के चार डॉक्टर, बड़ांजी थाना के प्रभारी दलबल के साथ शामिल रहे।
ग्रामीण दहशत में रहे
जिले के लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के चित्रकोट के बांझी डोंगरी (साडरा), लामनागुड़ा सहित आसपास गांवों में 3 माह में तेंदुआ मिला था। उसी दौरान आसपास गांव के लगभग 8 मवेशियों को घायल किया है, इससे लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के चित्रकोट पास स्थित गांव के ग्रामीण दहशत में रहे। वन विभाग की ओर क्षेत्र में किसी भी तरह की जनहानि को रोकने के लिए विभिन्न तरह से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था। क्षेत्र में तेंदुआ की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद से विभाग की एक टीम लगातार तेंदुआ पर नजर रख रही थी। इसके साथ ही टीम द्वारा क्षेत्र में विभिन्न गांवों में मुनादी भी की थी, बैनर-पोस्टर और अन्य माध्यमों की ओर से ग्रामीणों को जागरूक किया गया था। इसके अलावा क्षेत्र में तेंदुआ को सुरक्षित पकड़ने के लिए एक पिंजरा भी लगाया गया था।
तेंदुआ को जंगल में छोड़ा
वन विभाग के मंडलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता ने बताया कि तेंदुआ होने की सूचना पर रेस्क्यू टीम गठित कर तेंदुआ को पकड़ा गया। उसे पिंजरे में रखकर रात को जंगल में छोड़ा गया। रेस्क्यू टीम में वन विभाग के साथ-साथ पुलिस, पशुधन विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारी शामिल रहे।