“मेरी मिट्टी मेरा देश ” के तहत शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला घरघोड़ा ने दिया राष्ट्रीयता का संदेश
शिक्षकों और छात्राओं ने अपने हाथों में दीप लेकर राष्ट्रीयता का संकल्प लिया
घरघोड़ा ” मेरी मिट्टी मेरा देश” कार्यक्रम के तहत स्वामी आत्मानंद हिंदी उत्कृष्ट शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला घरघोड़ा में राष्ट्रीयता के मुख्यधारा से जुड़ते हुए आजादी के अमृतकाल में वीर शहीदों को एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को स्मरण किया ; जिन्होंने भारत को ब्रिटिश सरकार से आजादी दिलायी थी। पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता जाहिर करते हुए शाला परिसर को सुंदर स्वच्छ बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए पौधरोपण किया। मातृ भूमि की मिट्टी को नमन व सम्मान करते हुए शिक्षक छात्राओं ने मिट्टी को माथे से लगा कर सम्मान प्रदर्शित किया । इस अवसर पर छात्राओं ने आकर्षक वेशभूषा के साथ किसी ने झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई बना तो किसी ने अरुणा आसफ अली तो किसी ने सरोजिनी नायडू।छात्राओं शिक्षकों ने अपने हाथों में दीप लेकर राष्ट्रीय संकल्प लिया । “मेरी मिट्टी मेरा देश” कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीयता का यह संकल्प संस्था के शिक्षक विजय पंडा ने दिलवाया जो स्वयं हाथों में प्रज्वलित दीपक लिए हुए थे।संकल्प जिसके तहत: भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर व विकसित बनाने के स्वप्न को साकार करने,गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेंकने,देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने,भारत की एकता को सुदृढ़ करते हुए देश की रक्षा करने वाले का सम्मान करने,नागरिक होने का कर्तव्य निभाने का संकल्प हाथों में प्रज्वलित दीप लेकर किया।शिक्षक विजय पंडा ने छात्राओं को संकल्प दोहराते हुए ; इस अवसर पर वीर शहीदों महानपुरूषों की जीवन गाथा का वाचन करते हुए उनके कार्यों को अनुकरण करने की परिचर्चा की गईं। छात्राओं ने रेखाचित्र पोस्टर लेखन भाषण की उत्साहपूर्वक प्रस्तुति दी एवं तिरंगे को हाथ में लिए भारत माता की जय ; भारत मेरा अमर रहे का नारा लगाया । इस अवसर पर शाला प्रबंधन समिति के सदस्य आदि उपस्थित थे।कन्या घरघोड़ा संकुल समन्यवक मैडम ज्योति ने राष्ट्रीय विकास व आत्मनिर्भर भारत हेतु महिला शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए मिट्टी को नमन कर वृक्षारोपण करने पर विशेष ध्यान देने की बात कही।कार्यक्रम को शिक्षिका निवेदिता सिंह ठाकुर ने भारत के वीर शहीदों के संबंध में जानकारी देते हुए शिक्षा की महत्ता से अवगत कराया।छात्राओं ने अपनी हाथों में वीर स्वतंत्रता दिलाने वाले सेनानियों के छाया चित्र ले रखे थे।