उपसरपंच के दुर्व्यवहार से रोकी गई स्वतंत्रता दिवस की प्रभात फेरी
ग्राम पोरडा का मामला, हुई लिखित शिकायत
शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ किया अभद्र व्यवहार
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सैकड़ों वर्ष अंग्रेजो की गुलामी से भारतवासियों को निजात दिलाई और देश में जहां 15 अगस्त स्वाधीनता दिवस पूरे हर्षोल्लास मय वातावरण में ध्वजारोहण कर जगह जगह प्रभात फेरियां 77 वें वर्ष में निकाली जा रही थी वही रायगढ़ जिला घरघोड़ा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत पोरडा में ग्राम का उद्दंड प्रवृत्ति का व्यक्ति समीर गोस्वामी को स्कूल में ध्वज फहराना और गांव के मुख्य गलियों में प्रभात फेरी निकालना भारत माता कि जय, स्वाधीनता दिवस अमर रहे,जय हिन्द व वन्देमातरम जैसे नारों को सुन उसे नागवार गुजरा स्कूली छात्र छात्राओं के समूह का नेतृत्व कर रहे शिक्षक शिक्षिकाओं से उसने असंसदीय भाषाओं का प्रयोग करते हुए अभद्र व्यवहार किया एक शिक्षक की मोबाइल छीन ली गई यह दृष्य देख सुनकर स्कूली बच्चे रोने लगे प्रभात फेरी को रोक कर आगे बढ़ने नहीं दिया गया दहशतज़दा तमाम शिक्षक शिक्षिकाओं और स्कूली बच्चे उल्टे पांव अपने शाला में लौटने विवश हुए यह वाक्या जब देश को आजादी मिले 77 वां साल के लिए देश में प्रभात फेरी निकाली जा रही है उसे रोकना और नेतृत्वकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार कर व्यवधान उत्पन्न करना सहसा विश्वास नहीं होता यह आश्चर्यजनक किन्तु सत्य घटना 15 अगस्त को ग्राम पोरडा स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है।
पोरडा से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल के दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा एक हस्ताक्षर युक्त शिकायत पत्र थाना प्रभारी घरघोड़ा के साथ घटना की सुचना जिला पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा तथा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी को सूचनार्थ प्रेषित करते हुए लिखा गया है कि स्वाधीनता दिवस के दिन शासकीय आदेशानुसार जब 15 अगस्त की प्रात: ध्वजारोहण के बाद प्रात:काल प्रभात फेरी बच्चों के द्वारा शिक्षकों एवं स्टाफ के साथ ग्राम पंचायत भवन पोरडा के पास से गुजर रही थी तब ग्राम के उपसरपंच समीर गिरी गोस्वामी द्वारा कहते सुना गया कि देखो अब इन शिक्षको को सबके सामने कैसे जलील करता हूं बोलकर गाली गलौज एवं सस्पेंड कराने की धमकी देते हुए महिला शिक्षिकाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया मोबाइल छीन लिया एक शिक्षक का हाथ पकड़कर पंचायत भवन में ले गया उसे धमकाया शिक्षकों को अपमानित किया गया जिससे बच्चों में अफरा तफरी मच गई बच्चे रोने लगे और प्रभात फेरी को रोका गया बच्चे व स्टाफ मायुस होकर विद्यालय वापस लौट गये इस प्रकार स्वतंत्रता दिवस जैसे सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व को बाधित किया गया उसके द्वारा कहा गया कि मेरा मान सम्मान नहीं करोगे तो सभी शिक्षकों को बर्बाद कर दुंगा ।
शिक्षकों ने अपने शिकायत पत्र में सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में ड्यूटी के दौरान भी पूर्व में व्यवधान उत्पन्न करने और शाला प्रांगण में हर्रा का विशाल वृक्ष को काटकर ले जाने और शाला प्रांगण के शौचालय को तोड़कर ईंटों को भी ले जाने का उल्लेख किया गया है, उपसरपंच समीर गोस्वामी के कारण शिक्षक शिक्षिकाओं व स्कूली बच्चे दहशतज़दा है जिसके कारण वे सभी असुरक्षित महसूस करने लगे है जिससे थाना प्रभारी व जिला ब्लॉक के तमाम प्रशासनिक अधिकारियों से जिस पर कठोर कार्यवाही करने की गुहार लगाई है।