स्वच्छ भारत के सपने को चूर-चूर, शहर में सफाई व्यवस्था का हाल-बेहाल
चारामा । नगर पंचायत चारामा के अधिकारी-कर्मचारियों की लापरवाही के कारण शहर की सफाई व्यवस्था का हाल-बेहाल है । नगर के कचरों की नियमित साफ-सफाई नही होने पुरे शहर की सुंदरता पर दाग लग रहा है । नगर के गंदगी व कचरों की साफ-सफाई तो नियमित रुप हो नहीं रही है । वहीं नगर पंचायत चारामा स्वच्छ शहर सुंदर शहर का गली-गली ढिंढोरा पीट रहे हैं । नगर मे कुल 15 वार्ड शामिल हैं । जिसमे किसी भी वार्ड में मुआयना करने निकलो तो प्रत्येक वार्ड के किसी न किसी कोने में गंदगी से भरे बदबूदार कचरों के ढेर मिलना तय है । वार्ड के लोगों को इन गंदगीयों से होकर गुजरना उनकी मजबूरी बनी हुई है । कचरों के ढेर से पटा हुआ कुछ इसी तरह का नजारा वर्तमान समय में स्वास्थ्य विभाग के लिए बनाई गई कॉलोनी की सड़क पर देखा जा सकता है । लोगों को उचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने व संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी जिन चिकित्सकों के उपर होती है । वे स्वयं इन कचरों व बदबूदार गन्दगी के उपर से होकर गुजरने को मजबूर हैं । ऐसे मे नगर की सफाई व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों के उपर बड़ा सवाल उठ रहा है ।