मूंगफली की खेती से संवरेगी किसानों की तकदीर

नाबार्ड और जनमित्रम का प्रयास रहा सफल
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। सरकार द्वारा दलहन और तिलहन के फसल को बढ़ावा देने हेतु तथा नीचे जा रहे जल स्तर से किसानों को धान का फसल नहीं कर दलहन, तिलहन का फसल करने हेतु जनमित्रम कल्याण समिति और नाबार्ड के सामूहिक प्रयास से घरघोड़ा तथा सीमावर्ती धर्मजयगढ़ बिकास खंड के 10 ग्राम क्रमश: चारमार,नवापारा, बरौनाकुंडा,पूरी,सारढाप, टेडा,बस्तीपाली, डोंगभौना, लामीखार,भलमुड़ी, सिंघीझाप,के किसानों को प्रेरित कर 900 एकड़ जमीन चिन्हांकित कर किसानों द्वारा मूंगफली की खेती किया गया है। मूंगफली की खेती पर किसानों के साथ कार्य कर रहे FPO कृषि प्रभा एग्रो बीज कोआपरेटिव के संचालक राजेंद्र शर्मा ने बताया कि किसानों द्वारा इस पूरे रकबे पर धान की खेती किया जाता था,किसानों के बैठकर गिरती जल स्तर से निजात हेतु किसानों के आय में वृद्धि करने को लेकर केंद्र सरकार द्वारा दलहन, तिलहन को बढ़ावा देने पर किए आह्वान तथा छग नाबार्ड के मुख्य महा प्रबंधक श्री ज्ञानेंद्र मणि सर और डीडीएम मेलयोर बड़ा जी के द्वारा दिए लक्ष्य पर कार्य करते हुए जन मित्रम कल्याण समिति के अध्यक्ष मनीष सिंह जी के मार्गदर्शन में एक बड़ा लक्ष्य को पूरा किया गया। राजेंद्र शर्मा ने कि किसानों द्वारा उपार्जित मूंगफली को FPO के माध्यम से अच्छे कीमत पर राज्य तथा राज्य से बाहर विक्रय किया जाएगा जिसमें किसानों को कीमत के उपरांत बोनस भी दिया जाएगा।


मुख्य महाप्रबंधक ने किसानों की पीठ थपथपाई
छत्तीसगढ़ नाबार्ड के मुख्य महा प्रबंधक श्री ज्ञानेंद्र मणि जी ने मूंगफली क्षेत्र का दौरा कर किसानों द्वारा किए खेती की सराहना करते हुए किसानों का पीठ थपथपाया,तथा किसानों को आगामी फसल में बिपुल मात्रा में दलहन तिलहन की खेती को कर ने के आह्वान किया। किसानों को संगठित करने,चक बनाने, और तकनीकी सलाह देने में कृपाल सिंदार,संतोष बीसी,
महावीर साव,भरथरी जायसवाल जी का अहम योगदान रहा है।