मयंक चतुर्वेदी को रायगढ़ कलेक्टर का कमान, प्रशासनिक अनुभव और नई उम्मीदों के साथ पदभार ग्रहण

घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। छत्तीसगढ़ शासन ने एक अहम प्रशासनिक फेरबदल के तहत रायगढ़ जिले के कलेक्टर कार्तिकेय गोयल का तबादला कर दिया है। उनकी जगह अब 2017 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी मयंक चतुर्वेदी को रायगढ़ का नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति को जिले के विकास और सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

मयंक चतुर्वेदी का प्रशासनिक सफर
मूलतः उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी मयंक चतुर्वेदी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद UPSC की परीक्षा पास की और 2017 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी से प्रशिक्षण लेने के बाद उनकी पहली फील्ड पोस्टिंग रायगढ़ जिले में सहायक कलेक्टर के रूप में हुई थी। इसके बाद वे कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं, जिनमें हाल ही में दंतेवाड़ा जिले के कलेक्टर के रूप में निभाई गई भूमिका उल्लेखनीय रही है। उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता, दृढ़ निर्णय क्षमता और जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता दी जाती है।
रायगढ़ से पुराना नाता
मयंक चतुर्वेदी के लिए रायगढ़ कोई नया जिला नहीं है। सहायक कलेक्टर के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने जिले में अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई की थी। एक विशेष घटना में जब वे खनिज विभाग की टीम के साथ अवैध खनन रोकने गए थे, तब उन पर जेसीबी से जानलेवा हमला किया गया था। इस हमले के बाद आरोपी को ओडिशा से गिरफ्तार किया गया था। इस घटना ने उनकी प्रशासनिक सख्ती और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर किया था।
नई जिम्मेदारी, नई उम्मीदें
रायगढ़ जिले के कलेक्टर के रूप में मयंक चतुर्वेदी से जनता को कई उम्मीदें हैं। उनके प्रशासनिक अनुभव और पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए जिले में विकास योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन, कानून-व्यवस्था में सुधार और पारदर्शी शासन की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। राज्य सरकार को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में रायगढ़ जिले को नई दिशा और गति मिलेगी। नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने भी इस नियुक्ति का स्वागत करते हुए उनके कार्यकाल को उम्मीदों भरा बताया है।