आठ में से 5 कांग्रेसी पार्षदों ने दिया इस्तीफा , कांग्रेस की आपसी कलह अब खुलकर आया सामने

रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष पर फिर फंसा पेंच

रायपुर। छत्तसीगढ़ कांग्रेस की आपसी कलह अब खुलकर सामने आ गई है। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष को लेकर मचे बवाल के बीच बुधवार को कांग्रेस के 8 में से 5 पार्षदों ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया। इसी बात का लेकर विवाद मचा हुआ है। जबकि निगम बजट के पहले शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया था।
इस्तीफा देने वालों में नेता प्रतिपक्ष संदीप साहू, उपनेता जयश्री नायक, रेणु-जयंत साहू, दीप-मनीराम साहू, रोणिता-प्रकाश जगत शामिल हैं। ऐसे में नगर निगम में अब कांग्रेस के 3 पार्षद ही बाकी हैं, इनमें खुद आकाश तिवारी, अर्जुमन ढेबर और शेख मुसीर शामिल हैं। वहीं नगर निगम सभापति सूर्यकांत राठौर का कहना है कि यह गंभीर चिंता का विषय है, कांग्रेस के 3 पार्षद रहने के बाद नेता प्रतिपक्ष की व्यवस्था रहेगी या नहीं, इस पर जानकारों से मंत्रणा के बाद ही निर्णय होगा। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चल रहे घमासान के बीच कांग्रेेस पार्टी ने पार्षद आकाश तिवारी को नगर निगम का नया नेता प्रतिपक्ष बना दिया है। पार्टी के जिलाध्यक्ष गिरीश दुबे ने बुधवार शाम आकाश तिवारी को निगम का नेता प्रतिपक्ष बनाने चिट्ठी जारी कर दी। इस फैसले के विरोध में संदीप साहू सहित 5 कांग्रेसी पार्षदों ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। संदीप साहू ने कहा कि यह निर्वाचित पार्षदों की सरासर उपेक्षा है। इसके विरोध में उनके साथ 5 कांग्रेसी पार्षदों ने प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया है।
नेता प्रतिपक्ष रहेगा या नहीं होगा?
सभापति सूर्यकांत राठौर का कहना है कि कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिये 5 पार्षदों के बैठने की व्यवस्था अब अलग से करनी होगी, क्योंकि सदन में 2 निर्दलीय पार्षद के बैठने की व्यवस्था पहले से अलग की गई है। 70 वार्डों वाले रायपुर नगर निगम में अब कांग्रेस पार्टी के सिर्फ 3 पार्षद ही रह गये हैं। सभापति सूर्यकांत राठौर ने कहा कि सदन में कांग्रेेस के 3 पार्षद रहने के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद रहेगा या नहीं, इस पर वे जानकारों से विचार-विमर्श करने के बाद ही निर्णय ले पाएंगे।