नगर में साफ सफाई चैपट, स्वच्छ सर्वेक्षण का संदेश केवल दीवारों तक सिमटा

शहर में आवारा मवेशियों और घर के अंदर मच्छरों से परेशान


घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। नगर में धूल धक्कड़ और मच्छरों की समस्या जिस तरह बढ़ती जा रही है उसके कारण यहां का माहौल लोगों के स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। कुछ अर्से पहले शाम होते ही सताने वाले मच्छरों की फौज आती थी ,लेिकन अब दिन को भी सक्रिय होने लगी है। मच्छरों और नगर की गदंगी की समस्या के करण नगरवासियों की नींद हराम हो चुकी है तथा धूल धक्कड़ के कारण लोगों शरीर पर काफी दुष्प्रभाव पड़ने लगा हेै खासतौर पर सड़कों पर उड़ते धूल गुब्बार से बच्चों पर काफी नुकसान हो रहा है नगर की साफ सफाई पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो आने वाले समय में नगर के लोग गंभीर बिमारीयों से पीिड़त हो सकते हैं।

जाहिर है कि जब यहां की आबो हवा अशुद्ध होगी ऐसे में ऐसे में लोगों के स्वस्थ होने की कल्पना नहीं कर सकते। नगर में मच्छरों की फौज और बाहर में आवारा पशुओं के कारण जीना मुहाल हो गया है, नगर पंचायत की लापरवाही काे नगरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। आलम यह है कि नगर पंचायत के जन प्रतिनिधियों और नगर पंचायत अधिकारी के े बीच छिड़ा द्वंद्व ने नगरवासियों को मुसीबत में ढकेल दिया। कहने को तो यहां बड़े-बड़े जनप्रतिनिधि है लेिकन जनप्रतिनिधि नगर की विकराल समस्याओं से मुहं मोड़ कर अपनी आर्थिक जुगाड़ में अधिक ध्यान देते है। इनको नगर की विभिन्न समस्याओं से कोई सरोकर नहीं है।