छेड़खानी का आरोपी मजदूर नेता गबेल फरार , समझौता के लिए बना रहा दबाव, न्याय पाने भटक रही पीड़िता

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पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल , कॉलरी प्रबंधन आरोपी के खिलाफ ठोस निर्णय लेने में असमर्थ
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। घरों में झाड़ू-पोछा कर परिवार पालने वाली गांव की एक गरीब महिला पर बुरी नजर रखने वाले बरौद कॉलरी के कर्मचारी एवं कोयला मजदूर सभा के पदाधिकारी तिलेश गबेल ने पीड़िता के साथ छेड़खानी की , आरोपी घटना के बाद से फरार है। महीना भर गुजरने को है मगर अब तक पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है , कॉलरी प्रबंधन अब तक कोई ठोस निर्णय लेने में असमर्थ है। दूसरी ओर आरोपी के गुर्गे पीड़िता पर समझौता करने के लिये दबाव बना रहे हैं , इसके लिये उसे लगातार धमकियां दी जा रही है। पीड़िता बुरी तरह डरी हुई है और न्याय पाने के लिए भटक रही है। जानकारी अनुसार जनपद पंचायत घरघोडा के ग्राम फगुराम की रहने वाली एक गरीब महिला बरौद कॉलरी में अफसरों के घरों में झाड़ू-पोछा कर अपना परिवार पालती है। पिछले कुछ समय से कालरी कर्मचारी एवं कोयला मजदूर सभा के पदाधिकारी तिलेश गबेल की हरकतें कुछ ज्यादा ही बढ़ने लगी थी , वह आए दिन उससे अश्लील बातें करने लगा था , उस पर उसकी बुरी नजर थी। मजदूर नेता की हरकतों से परेशान होकर महिला ने उसे सबक सिखाने के लिए 13 अगस्त 24 को बरौद कॉलरी के मेन गेट पर उसकी अश्लील बातें और छेड़खानी का वीडियो बना लिया। पीड़िता ने घरघोड़ा पुलिस को घटना की पूरी जानकारी के साथ वीडियो भी सौपा और आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। उसने एसई सीएल प्रबंधन को भी पूरे घटना क्रम के संबंध में विस्तार से बताया। लेकिन एक महीना गुजर जाने के बाद भी आरोपी पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नही की गई है। उधर एचएमएस मजदूर संगठन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए उसे सभी पदों से हटा दिया है। आरोपी मजदूर नेता तिलेश गबेल फरार है , वहीं उसके गुर्गों द्वारा पीड़ित महिला को समझौता करने के लिये लगातार धमकाया जा रहा है। वह बुरी तरह डरी-सहमी हुई है और न्याय की गुहार लिए दर-दर की ठोकरें खाती फिर रही है। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यही नही कॉलरी प्रबंधन इस मामले में अब तक कोई ठोस निर्णय लेने में असमर्थ है।
नेतागिरी की आड़ में लाखों की संपत्ति का मालिक
एसईसीएल बरौद कॉलरी में एक अदना सा कर्मचारी तिलेश गबेल देखते ही देखते लाखों में खेल रहा है। खबर है कि उसनेअनेक नगरों में बड़ी धन राशि इन्वेस्ट की है। इसकी जानकारी किसी से छिपी नही है। मगर यूनियन की धौंस के चलते लोग उसका विरोध करने से बचते हैं। बताया जाता है कि छेड़खानी का मामला सामने आने के बाद तिलेश गबेल का विरोध शुरू हो गया है।
उठती रही है उंगलियां गबेल पर
एसईसीएल कर्मचारी एवं पूर्व मजदूर
नेता पर बरौद कॉलरी में उसके अनुचित क्रियाकलापों को लेकर पहले भी उंगलियां उठती रही है। लोगों ने आवाज उठाई है , मगर यूनियन की धौस के चलते बात आगे नही बढ़ सकी।उसने इसी का फायदा उठाया और महिला से अश्लील बातें और छेड़छाड़ तक की हिमाकत की। उसे उम्मीद नही होगी कि मामला इतना आगे बढ़ जाएगा, अब वह बचने के लिये हर तरह के हथकंडे अपनाने पर उतारू है।
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल ?
केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं को मजबूत बनाने के दावे करते नही थकती। उन्हें सुनने के लिये पुलिस स्टेशन में अलग से महिला डेस्क
बनाये गए हैं। लेकिन बरौद कालरी की छेड़छाड़ की इस घटना पर एक महीने बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है , आरोपी की ओर से समझौता करने के लिये पीड़िता को खुलेआम धमकी दी जा रही है। मगर न्याय के लिये उसे दर दर की ठोकरें खानी पड़ी रही है। समाचार लिखे जाने तक इस मामले में पुलिस ने किसी तरह कार्रवाई नही की है।

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