100 साल बाद करवा चौथ पर बन रहा है बुध आदित्य योग
करवा चौथ आज, सुहागिन महिलाएं रखेंगी व्रत
रायपुर। सनातन धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए करवा चौथ का विशेष महत्व है और यह पर्व एक नवंबर को है। इस पर्व में सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखेंगी। 1 नवंबर बुधवार को करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय रात में 8 बजकर 26 मिनट पर होगा। 100 साल के बाद चंद्रमा में मंगल और बुध एक साथ विराजमान हैं। इस कारण बुध आदित्य योग बन रहा है। यह पर्व इस बार अधिक खुशहाली लेकर आ रहा है। इस पर्व पर कई दुर्लभ योग बन रहे हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग से ही दिन की शुरुआत होगी। करवा चौथ का व्रत सुहागन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए करती हैं। करवा चौथ हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस बार करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर बुधवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन कार्तिक संकष्टी चतुर्थी होती है। इस व्रत में भगवान शिव माता पार्वती और चंद्रमा का पूजन किया जाता है। ज्योतिषी बताते हैं कि 100 साल के बाद चंद्रमा में मंगल और बुध एक साथ विराजमान हैं। इस कारण बुध आदित्य योग बन रहा है। इसके अलावा शिवयोग या शिव वास और सर्वार्थ सिद्ध योग भी बन रहा है। यह योग करवा चौथ को काफी शुभ बना रहे हैं, जो महिलाएं इस दिन व्रत रखकर चंद्रमा को अर्घ्य देंगी, उनकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होंगी। साथ ही वैवाहिक जीवन में सुख बना रहेगा।
करवा चौथ पूजन का शुभ मुहुर्त
सुबह पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 7 बजकर 55 मिनट से 9 बजकर 18 मिनट तक अमृत चौघड़िया में व्रत करें। इसके बाद 10 बजकर 41 मिनट से लेकर 12 बजकर 4 मिनट तक शुभ चौघड़िया में पूजा करना शुभ रहेगा। शाम के समय 4 बजकर 13 मिनट से शाम में 5 बजकर 36 मिनट तक लाभ चौघड़िया में पूजन करना लाभप्रद होगा।