ग्राम पंचायत जर्वेे के सरपंच पर भ्रष्टाचार का आरोप, जांच टीम ने सौंपा प्रतिवेदन

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भ्रष्टाचार करने का अरोप जनपद पंचायत सदस्य कौशिल्या कमलेश ने लगाया
सक्ती। जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत जर्वेे के सरपंच पर विभिन्न निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार करने का अरोप जनपद पंचायत सदस्य कौशिल्या कमलेश ने लगाया है। भ्रष्टाचार के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कलेक्टर से शिकायत दर्ज कराई है। वहीं शिकायत के बाद जांच टीम का गठन किया गया था। संयुक्त जांच टीम में नया बाराद्वार के तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग के उप अभियंता रामेश्वर सूर्यवंशी, जितेन्द्र बरेठ, मधुसूदन पटेल, राजकुमार रात्रे शामिल हैं। इन्होनें एसडीएम को बिंदुवार शिकायत की जांच कर प्रतिवेदन सौंप दिया हैं। जनपद पंचायत सदस्य ने शिकायती पत्र के माध्यम से बताया है कि मंगल भवन की राशि दो लाख रुपए को पूर्व सरपंच से 23 मई 2020 को रसीद के द्वारा नगद पैसा प्राप्त कर लिया गया है और आज पर्यंत तक मंगल भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। जनपद सदस्य ने आरोप लगाया है कि उक्त पैसों को अपन निजी स्वार्थ के लिए उपयोग की गबन किया गया है। आगे श्रीमती कमलेश ने बताया कि गौठान निर्माण कार्य में चबूतरा निर्माण कराने के लिए 8 मई 2020 को एक लाख एवं 22 मई 2020 को 3 लाख रुपए आहरण किया गया है। जबकि अभी तक उक्त निर्माण कार्यों का निर्माण कार्य प्रारंभ अभी तक नहीं हुआ है। इसी प्रकार कलेक्टर को सौंपे शिकायती पत्र के माध्यम से बताया गया है कि गौठान में फेंसिंग कार्य अधूरा है और फेंसिंग पोल गिर गया है। कुल मिलाकर जो थोड़ा बहुत निर्माण कार्य हुआ है उसमें भी भारी अनियमितता सरपंच के द्वारा बरती गई है। इसी प्रकार अपने चौथे बिंदु में जनपद सदस्य ने बताया कि 10 फरवरी 2020 से 14 वें एवं 15 वें वित्त की राशि मनमाने ढ़ंग से बिना गाइडलाइन का पालन किए राशि का आहरणा अत्यधिक संख्या में फर्जी बिल लगाकर कर लिया गया है। शासन के पैसों का जमकर दुरूपयोग किया गया है।
धारा 40 के तहत हटाने की मांग
जनपद पंचायत सदस्य कौशिल्या कमलेश ने उपरोक्त कार्यों में भारी भ्रष्टाचार को देखते हुए उचित जांच कर ग्राम पंचायत जर्वें की सरपंच मोहनमति साहू को पंचायती राज अधिनियम की धारा 1983 की धारा 40 के तहत पद से पृथक करने की कार्यवाही करने की मांग की है। शिकायत की प्रतिलिपि जिला पंचायत सीईओ, पुलिस अधीक्षक , एसडीएम सक्ती तथा जनपद पंचायत के सीईओ को भी दी है।
मनरेगा में भी फर्जीवाड़ा
मनरेगा कार्य अंतर्गत ग्राम पंचायत जर्वेे में धान खरीदी केंद्र में 4 नग चबूतरा निर्माण कराया गया है। जिसको गुणवत्ताहीन निर्माण कराया गया है साथ ही स्टीमेट के आधार पर भी नहीं बनाया गया है। जनपद सदस्य ने आरोप लगाया है कि फर्जी ढंग से सामग्री बिल वाउचर बनाकर राशि निकाली गई है। चबूतरा के अंदर रेत और मुरूत के स्थान पर मिट्टी डालकर बनाई गई है। रजाउ तालाब में भी निर्मला घाट निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप सरपंच पर लगा है। फर्जी बिल का सहारा लेने की बात कही गई है। इसी प्रकार नया तालाब के साथ साथ मराही तालाब गहरीकरण कार्य में भी अनियमितता बरतने का आरोप सरपंच पर लगा है।
चारागाह पर अवैध कब्जा कर खेती करने का आरोप
ग्रामवासियों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत जर्वेे के सरपंच एवं सचिव के द्वारा 14 वें एवं 15 वें वित्त की राशि भ्रष्टाचार करने एवं गौठान चारागाह अंतर्गत भूमि को कब्जा कर धान की खेती करवाई गई। इसकी शिकायत सरपंच मोहनमति साहू, मोहन साहू तथा सचिव के विरुद्ध की गई है। ग्रामवासियों ने बताया कि जिस जमीन को गौठान चारागाह के लिए कब्जा हटाकर मनरेगा अंतर्गत गौठान के लिए सीटीपी कार्य कराया जा चुका था उस जमीन को पुन: सरपंच व सरपंच के भाई एवं सचिव के द्वारा चहेते लोगों को कब्जा कर धान लगाने के लिए कब्जा दिया गया है।
जांच टीम ने कहा- अनियमितता और गबन प्रतीत हो रहा है
शिकायत के बाद जांच टीम का गठन किया गया था। संयुक्त जांच टीम में नया बाराद्वार के तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग के उप अभियंता रामेश्वर सूर्यवंशी, जितेन्द्र बरेठ, मधुसूदन पटेल, राजकुमार रात्रे शामिल हैं। इन्होनें एसडीएम को बिंदुवार शिकायत की जांच कर प्रतिवेदन सौंप दिया हैं।
एसडीएम ने दिया आदेश
जांच पतिवेदन के आधार पर 8 सिंतबर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने आदेश दिया है कि धारा 40 के तहत कार्यवाही के लिए प्रतिवेदन प्रस्तुत हो तथा सरपंच जर्वेे को पंचायत राज अधिनियम की धारा 40 के तहत कारण बताओ नोटिस आरोप पत्र की प्रति सहित जारी करने का आदेश दिया गया है।

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